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अपराधियों पर कसी जाएगी नकेल, जिले में खुला साइबर थाना

डीपी आर्य सोनीपत बढ़ते साइबर क्राइम के चलते एसपी ने जिले में साइबर थाना स्थापित कर दिया है

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 10:59 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 10:59 PM (IST)
अपराधियों पर कसी जाएगी नकेल, जिले में खुला साइबर थाना
अपराधियों पर कसी जाएगी नकेल, जिले में खुला साइबर थाना

डीपी आर्य, सोनीपत : बढ़ते साइबर क्राइम के चलते एसपी ने जिले में साइबर थाना स्थापित कर दिया है। अभी तक जिले साइबर थाना रोहतक के अधीन आता था। साइबर थाने में तकनीकी विशेषज्ञ 25 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सेक्टर-23 पुलिस चौकी को खत्म करके सिटी थाने में मर्ज कर दिया गया है। उसके भवन में साइबर थाना संचालित किया जाएगा। यह एक जुलाई से कार्य करने लगेगा।

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साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। जिले में पांच साल में साइबर क्राइम में 200 गुना बढ़ोतरी हुई है। अभी तक साइबर सेल की मदद से पुलिस अपराधियों की धरपकड़ का प्रयास करती थी। आपराधिक घटनाएं ज्यादा होने और अपराधियों का जाल कई राज्यों में फैला होने के चलते अपराधी जल्द पकड़ में नहीं आते थे। एसपी ने पिछले दिनों जिले के प्रत्येक थाने में साइबर डेस्क बनाया था, लेकिन उससे यथोचित लाभ नहीं मिल सका। अभी तक सोनीपत का साइबर क्राइम रोहतक के साइबर पुलिस स्टेशन से देखा जाता था। ज्यादातर मामलों में पुलिस साइबर क्राइम में ट्रांसफर की गई धनराशि को प्राप्त नहीं कर पाती थी।

स्टाफ और संसाधनों की थी कमी : साइबर सेल की टीम ज्यादातर तकनीकी कार्य संभाल रही थी। ठगी करने वालों की लोकेशन, उनके द्वारा हड़पी गई धनराशि को ट्रांसफर करने वाले खातों की जानकारी, संबंधित खाताधारकों की जानकारी और साइबर ठगी में प्रयुक्त नंबरों की आइडी तत्काल निकाल देते थे। साइबर ठगी का गैंग कई राज्यों में रहकर वारदातों को अंजाम देता है, ऐसे में स्टाफ की कमी से साइबर सेल की टीम वहां पर नहीं पहुंच पाती थी। वहीं थानों पर तैनात पुलिसकर्मी तकनीक रूप से कमजोर होने के चलते साइबर ठगों पर कार्रवाई में पिछड़ जाते थे।

विशेषज्ञ टीम हुई तैनात:

पुलिस अधीक्षक ने इंस्पेक्टर राजीव कुमार को साइबर थाने का पहला एसएचओ तैनात किया है। थाने में 25 पुलिसकर्मियों को तैनाती दी गई है। इनमें से ज्यादातर साइबर क्राइम के विशेषज्ञ व तकनीक जानकार हैं। इससे साइबर ठगी होने के तत्काल बाद पुलिस की टीम सक्रिय हो जाएगी। एसपी कार्यालय में स्थापित साइबर सेल पहले की तरह यथावत कार्य करता रहेगा। वह साइबर थाने के साथ ही जिले के सभी थानों के साइबर क्राइम के मामलों में तकनीक सपोर्ट करता रहेगा।

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साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के चलते इसके लिए अलग थाना की जरूरत थी। साइबर थाना बन जाने से अपराधियों को तत्परता के साथ पकड़ा जा सकेगा। वहीं ट्रांसफर की गई धनराशि को भी प्राप्त किया जा सकेगा। साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है।

- हिमांशु गर्ग, पुलिस अधीक्षक, सोनीपत


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