खेतों से बारिश के पानी की निकासी को खाका तैयार
सिचाई विभाग का मनाना है कि गोहाना क्षेत्र में सालाना औसतन 300 एमएम बारिश होती है। विभाग ने इसी क्षमता के अनुसार गोहाना में बारिश के पानी की निकासी के लिए ड्रेनें व नाले बना रखे हैं। पिछले कुछ सालों से औसत से अधिक बारिश हो रही है।
जागरण संवाददाता, गोहाना : गोहाना के गांवों के खेतों में बारिश का पानी न भरे, इसके लिए सिचाई विभाग ने 2021-22 कई परियोजनाओं का खाका तैयार किया है। विभाग जहां बारिश के पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है वहां भूमिगत पाइप लाइन दबाएगा। पहले चरण में आठ गांवों में पाइपें बिछाने की योजना है। विभाग के अधिकारी परियोजनाओं को लेकर प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। प्रस्ताव जल्द मुख्यालय भेजे जाएंगे।
सिचाई विभाग का मनाना है कि गोहाना क्षेत्र में सालाना औसतन 300 एमएम बारिश होती है। विभाग ने इसी क्षमता के अनुसार गोहाना में बारिश के पानी की निकासी के लिए ड्रेनें व नाले बना रखे हैं। पिछले कुछ सालों से औसत से अधिक बारिश हो रही है। इस बार गोहाना में करीब 800 एमएम बारिश हुई, जिससे अधिकतर गांवों के खेतों में जलभराव हो गया। अब भी खेतों में पानी भरा हुआ है। जलभराव के चलते किसानों को फसलों में नुकसान होता है। सिचाई विभाग बारिश के पानी की निकासी के लिए अपने स्त्रोतों का विस्तार करेगा। विभाग द्वारा जिन गांवों में क्षेत्र विशेष में जलभराव होता है वहां से पाइप लाइनें दबा कर ड्रेनों तक पहुंचाई जाएंगी।
---
विभाग इन गांवों में दबाएगा पाइप लाइन
विभाग द्वारा पहले चरण में गांव कथूरा, बनवासा, धनाना, अहमदपुर माजरा, नूरनखेड़ा, भावड़, कहैल्पा व बरोदा में पाइप लाइन दबा कर ड्रेनों तक पहुंचाएगा। भंडेरी ड्रेन पर साइफन बनाया जाएगा। साइफन में ऊपर रजवाहे का पुल रहेगा और नीचे ड्रेन रहेगी। इसके साथ ड्रेनों में कच्चे रास्तों पर कम क्षमता के पाइपों पाइपों की जगह अधिक क्षमता के पाइप दबाए जाएंगे।
---
कई गांवों में क्षेत्र विशेष में बारिश के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गांवों का सर्वे किया जा चुका है। वहां पाइपें दबा कर ड्रेनों से जोड़ने के प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं।
रजीत, एसडीओ, गोहाना, सिचाई विभाग