महिला की चाकू मार हत्या करने के आरोपित ने जेल में फंदा लगाकर दी जान
जागरण संवाददाता, सोनीपत: गांव खानपुर में 26 दिन पहले कचरा डालने के विवाद में पड़ोसी महिला की हत्या व कई अन्य को घायल करने के आरोपित विचाराधीन कैदी ने जेल में फंदा लगाकर जान दे दी। विचाराधीन कैदी खानपुर निवासी सुरेंद्र का शव बैरक के बाथरूम में फंदे पर लटका देख कर्मचारियों ने मामले की सूचना उच्च अधिकारियों व पुलिस को दी। मौके पर पहुंची कोर्ट कांप्लेक्स चौकी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जेएमआइसी के निर्देश पर न्यायिक देखरेख में बोर्ड से उसके शव का पोस्टमार्टम करवा गया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : गांव खानपुर में 26 दिन पहले कचरा डालने के विवाद में पड़ोसी महिला की हत्या व कई अन्य को घायल करने के आरोपित विचाराधीन कैदी ने जेल में फंदा लगाकर जान दे दी। विचाराधीन कैदी खानपुर निवासी सुरेंद्र का शव बैरक के बाथरूम में फंदे पर लटका देख कर्मचारियों ने मामले की सूचना उच्च अधिकारियों व पुलिस को दी। मौके पर पहुंची कोर्ट कांप्लेक्स चौकी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। अदालत के निर्देश पर न्यायिक देखरेख में मेडिकल बोर्ड से उसके शव का पोस्टमार्टम करवा गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
खानपुर निवासी सुरेंद्र (42) गांव की एक महिला की हत्या व कई अन्य पर जानलेवा हमला करने के मामले में जेल में बंद था। रविवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे जेल कर्मचारी बैरकों में पहुंचे तो सुरेंद्र को बैरक में न पाकर इधर-उधर ढूंढा गया। वहीं, बैरक में बाथरूम का दरवाजा बंद होने के चलते कर्मचारियों को शक हुआ तो दरवाजे को तोड़ा गया। अंदर सुरेंद्र का शव बाथरूम की झांकी के ग्रिल से रस्सी के सहारे फंदे पर लटक रहा था। सुरेंद्र पर यह था आरोप, खुद पहुंच गया था चौकी
खानपुर निवासी कृष्ण ने 25 दिसंबर 2018 को पुलिस को बताया था कि सुरेंद्र ने उसके घर के आगे कचरा डाल दिया था। जब इस बात पर उसकी पत्नी कमलेश ने एतराज जताया तो सुरेंद्र तैश में आ गया। वह गाली-गलौज करने लगा। इसी बीच मौके पर सुरेंद्र की पत्नी और अन्य दूसरे परिजन भी आ गए। सुरेंद्र ने अपनी जेब से चाकू निकाला और कमलेश की छाती में घोंप दिया। कमलेश को बचाने का प्रयास करने पर आरोपित ने उसके भाई जयभगवान और एक अन्य ग्रामीण पर भी हमला कर दिया था। तीनों को इसी गांव स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में ले जाया गया। चिकित्सकों ने कमलेश को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सुरेंद्र ने खुद पुलिस चौकी पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया था। एक दिन पहले पिता को कहा था, ¨जदगी बर्बाद हो गई
सुरेंद्र के पिता भीम ¨सह ने अस्पताल में रोते हुए बताया कि शनिवार वह बेटे से जेल में मिलने गया था। बेटे ने कहा था कि छोटी सी घटना ने उसका जीवन बर्बाद कर दिया। उसका बेटा सुरेंद्र खानपुर, मेडिकल में बतौर क्लर्क कार्यरत था। हत्या की वारदात के बाद से वह जिला कारागार में बंद था।
सुबह के समय जेल में विचाराधीन कैदी के फंदा लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। शव का बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। फिलहाल, मामले की जांच चल रही है।
फूलकंवार, चौकी प्रभारी एवं जांच अधिकारी, कोर्ट कांप्लेक्स चौकी।