संशोधित 1: मोदी के कारण अतीत का गौरव लौटा, समृद्धि भी लौटेगी : उमा भारती
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पुरानी अनाज मंडी में भाजपा की विजय संकल्प सभा को किया संबोधित। सरकार ने देशवासियों को समृद्ध करने और सम्मान से जीने के लिए योजनाओं का सहारा दिया
जागरण संवाददाता, सोनीपत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के साथ राजा की तरह पेश नहीं आते हैं। उन्होंने और उनकी सरकार ने हर देशवासियों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है। गरीब से गरीब लोगों को राहत देते हुए उनके लिए भी उन्होंने ऐसी योजनाएं शुरू कीं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। यही बातें विरोधियों को अच्छी नहीं लगतीं। इसलिए वे मोदी के पीछे पड़ गए हैं। यह बातें भाजपा की फायरब्रांड नेत्री व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को पुरानी अनाज मंडी में आयोजित भाजपा विजय संकल्प सभा में कही।
सभा को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री साइलेंट रेवोल्यूशन लेकर आए हैं। सोशल इंजीनियरिग की बजाय उन्होंने सबका साथ-सबका विकास की राजनीति की है। आज मोदी ने भारत की रंगत बदल दी है। अतीत का गौरव लौट आया है और मोदी ही अतीत की समृद्धि भी वापस लाएंगे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी आदि से तत्काल लोगों को तकलीफ जरूर हुई, लेकिन एक तरह से नासूर का ऑपरेशन हो गया। इसमें तत्काल तकलीफ जरूर हुई लेकिन अब राहत है और आने वाले दिनों में और राहत मिलेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव में टिकट मांगना उनका अधिकार है। इस पर किसी की हंसी उड़ाना पाप है और यदि टिकट नहीं मिला तो पार्टी के खिलाफ काम करना तो महापाप है। सभा को कैबिनेट मंत्री कविता जैन, सांसद रमेश कौशिक, कृष्णा गहलातव, रामचंद्र जांगड़ा ने भी संबोधित किया। पाकिस्तान जाकर धर्म निरपेक्षता सिखाए कांग्रेस
उमा भारती ने कहा कि हिदू वह है, जो धरती से आकाश तक की पूजा करता है। हिदू तो मंदिरों के साथ-साथ दरगाह, मजारों पर भी जाकर माथा टेकते हैं। हम किसी को मिटाते नहीं, उन्हें अपना बना लेते हैं। बंटवारे के वक्त पाकिस्तान के लिए रेखांकित सीमा के बाहर जो मुसलमान रह गए थे, चाहते तो वे भी पाकिस्तान जा सकते थे, लेकिन उस वक्त केवल ढाई प्रतिशत मुसलमान ही वहां गए। क्योंकि यहां रहने वाले मुसलमानों को पता था कि हिदू से अच्छा दोस्त, पड़ोसी कोई नहीं हो सकता। यहां सभी भाई बनकर आज भी रहते हैं और अब कांग्रेस हमें धर्म निरपेक्षता का पाठ पढ़ाती है। उन्होंने तीखे लहजों में कहा कि कांग्रेस हमें धर्म निरपेक्षता नहीं सिखाए। वे पाकिस्तान जाकर वहां धर्म निरपेक्षता का पाठ पढ़ाएं।