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जिले में तीन लाख पशुओं की टैगिग करेगा पशुपालन विभाग

पशुपालकों के पशुओं को बेहतर इलाज व सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके इसके लिए पशुपालन विभाग सोनीपत जिले में तीन लाख पशुओं की टैगिग करेगा। इसके लिए जिलेभर में 1 से 31 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 04:18 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 04:18 PM (IST)
जिले में तीन लाख पशुओं की टैगिग करेगा पशुपालन विभाग
जिले में तीन लाख पशुओं की टैगिग करेगा पशुपालन विभाग

जागरण संवाददाता, सोनीपत : पशुपालकों के पशुओं को बेहतर इलाज व सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके, इसके लिए पशुपालन विभाग सोनीपत जिले में तीन लाख पशुओं की टैगिग करेगा। इसके लिए जिलेभर में 1 से 31 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के अंतर्गत पशुओं को मुंह खुरपका व गलघोंटू के टीके लगाने के साथ ही पशुओं की टैगिग की जाएगी। पशुओं की टैगिग कराने वाले पशुपालकों को ही चिकित्सा व अन्य योजनाओं का लाभ मिलेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्थानीय अधिकारियों ने शुक्रवार को एटलस रोड स्थित एक निजी रेस्तरां में बैठक कर रणनीति बनाई। साथ ही वेटनरी सर्जन व वीएलडीए को आवश्यक निर्देश दिए।

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बैठक की अध्यक्षता कर रहे विभाग के जिला उपनिदेशक डा. राजेंद्र नैन ने बताया कि सोनीपत जिले में करीब चार लाख पशु हैं। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार इन सभी पशुओं की टैगिग की जानी है, ताकि पशुओं को बीमारियों से बचाया जा सके। साथ ही पशुपालकों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा सके। इसके अंतर्गत दिसंबर में तीन लाख पशुओं को टैगिग करने का लक्ष्य रखा है। यह टैगिग करवाना सभी पशुपालकों के लिए आवश्यक है। इस दौरान हर पशु के कान में 12 नंबर तक एक टैग लगाया जाएगा। उसके अनुसार ही पशुओं का चिकित्सालयों में इलाज होगा। इसके बगैर पशुपालकों को सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजनाओं का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को अपना आधार व मोबाइल नंबर देना भी आवश्यक है, ताकि हर योजना की उन्हें तुरंत सूचना मिलती रहे। इस कार्य को विभाग के वीएलडीए करेंगे, जो पूरी जानकारी विभाग के एप पर दर्ज करेंगे। दिसंबर में चलने वाले अभियान के लिए डा. मनजीत, डा. यजेश व डा. अरुण दहिया को नोडल अधिकारी बनाया गया है। ये पूरे अभियान की निगरानी करेंगे। डा. नैन के अनुसार विभाग ने एक भी पशु न छूटे-सुरक्षा चक्र न टूटे अभियान के अंतर्गत यह कार्य शुरू किया है। अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने बैठक में आवश्यक निर्देश दिए। इसके साथ ही पशुपालकों से भी सहयोग की अपील की, ताकि पशुओं को बीमारी से बचाने के अलावा पशुपालकों को हर योजना का लाभ दिया जाए। इस मौके पर एसडीओ डा. रमेश खटकड़, डा. राममेहर मलिक, डा. जगदीश, डा. संजय, डा. सुनील कुमार, डा. श्रीभगवान, डा. जितेंद्र मलिक, प्रदीप आदि मौजूद रहे।


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