डीएफओ की सख्ती के खिलाफ सामूहिक अवकाश पर गए वनकर्मी
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जागरण संवाददाता, सिरसा : वन मंडल अधिकारी पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए विभाग में कार्यरत फील्ड कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश ले लिया है। सामूहिक अवकाश लेने वाले कर्मचारियों ने वन मंडल अधिकारी के खिलाफ मुख्य वन संरक्षक पंचकूला को अपनी शिकायत भी भेजी है। शिकायत में जिला प्रधान हरि¨सह, ओमप्रकाश, इंद्रजीत ¨सह, राजेंद्र कुमार, अमर¨सह, लालीराम, सुनील कुमार सहित अनेक कर्मचारियों ने लिखा है कि वन मंडल अधिकारी उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। अधिकारी उन्हें गालियां निकालने से भी परहेज नहीं करते। रेंजों के फील्ड कर्मचारियों द्वारा जब भी नाजायज कटाई के संबंध में किसी को पकड़ा जाता है तो वन मंडल अधिकारी दबाव बनाकर उन्हें छुड़वा देते हैं। अधिकारी कर्मचारियों को पिछले वर्षों का पौधरोपण का रिकार्ड चेक करने की धमकी देकर उन्हें डराते-धमकाते है। कर्मचारियों को रिकार्ड खराब करने की धमकी देकर उनसे पैसा वसूला जाता है। रंजिशवश कई कर्मचारियों का रिकार्ड खराब भी किया गया है। अधिकारी ने अपने स्तर पर काफी कर्मचारियों पर झूठे आरोप लगाकर तबादले कर दिए। इसलिए सभी कर्मचारी उनसे तंग है।
मुख्यमंत्री को भी भेजी शिकायत
शिकायत पत्र में कर्मचारियों ने वन मंडल अधिकारी पर गबन के आरोप भी लगाए है और उनकी जांच करवाने की मांग उठाई है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल, वन मंत्री, वन विभाग के प्रधान सचिव, मुख्य वन संरक्षक सुरक्षा- द्वितीय गुड़गांव, वन संरक्षक परिमंडल हिसार को भी शिकायत भेजकर वन मंडल अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।
मेरे पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक को अपनी बात से अवगत करवा दिया है। मेरे खिलाफ कोई भी जांच बिठाई जाए, मैं उसके लिए तैयार हूं। विभाग में कुछ कर्मचारी गलत काम करते हैं। उन कर्मचारियों की मेरे पास शिकायतें आई थी, तो मैंने सख्त रुख अपनाया। इसलिए उक्त कर्मचारियों ने कुछ अन्य कर्मचारियों को बरगला कर मेरे ऊपर दबाव बनाने की कोशिश करते हुए यह कदम उठाया है। विभाग में कोई गलत कार्य नहीं होने दिया जाएगा।
रामकुमार जांगड़ा, वन मंडल अधिकारी