अल्ट्रासाउंड मशीन सील, दो आरोपी भेजे जेल
जागरण संवाददाता, सिरसा : ¨लग जांच के मामले में अल्ट्रासाउंड मशीन को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर
जागरण संवाददाता, सिरसा : ¨लग जांच के मामले में अल्ट्रासाउंड मशीन को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया है। अब इंजीनियर इस मशीन की जांच करेंगे। इस मामले में पकड़े गए दो आरोपियों को पुलिस ने पूछताछ के बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जबकि हिरासत में लिया गया तीसरा सदस्य इस मामले में संलिप्त नहीं पाया गया।
सिरसा में स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि रानियां क्षेत्र में एक गिरोह सक्रिय है जो ¨लग जांच करवाता है और इसके बाद मोटी राशि ऐंठता है। इस गिरोह तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्य विभाग व गुप्तचर विभाग ने सांझा रणनीति तय की और इसके बाद उनसे बातचीत की गई। गिरोह के सदस्यों ने 30 हजार में सौदा कर लिया। पहले शुक्रवार को और फिर शनिवार को अल्ट्रासाउंड करवाए जाने की जानकारी दी। फर्जी ग्राहक बनाकर प्रशासन ने एक टीम तैयार कर दी। गिरोह के सरगना रानियां के वार्ड नंबर 8 निवासी लख¨वद्र ¨सह दो अन्य लोगों के साथ सिरसा आया और यहीं पर ¨लग जांच के लिए फर्जी ग्राहक को बुला लिया। बाद में उसे सर्कुलर रोड स्थित गुप्ता अल्ट्रासाउंड पर ले गए जहां उनका अल्ट्रासाउंड हुआ। अल्ट्रासाउंड होने के तुरंत बाद ही प्रशासन ने रेड कर दी और दिए गए 30 हजार रुपये भी आरोपियों से बरामद हो गए।
रानियां में आरएमपी है आरोपी
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि लख¨वद्र ¨सह रानियां में आरएमपी है। चिकित्सकीय पेशे से जुड़ा होने के कारण उसके पास मरीजों का आना-जाना रहा था। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि लख¨वद्र ¨सह पहले से इस धंधे में संलिप्त रहा है या नहीं। इसके अलावा यह भी पता किया जा रहा है कि लख¨वद्र ¨सह का अल्ट्रासाउंड केंद्र के संचालक से कब से संबंध है और उसकी भूमिका क्या है।
जांच कर रहे हैं : वीरेश
अल्ट्रासाउंड केंद्र की मशीन को सील कर दिया गया है। इंजीनियर अब इसकी जांच करेंगे। चिकित्सक की भूमिका की भी जांच की जा रही है। ¨लग जांच किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।
डा. वीरेश भूषण
डिप्टी सिविल सर्जन