उपचाराधीन बच्ची की बिगड़ी तबीयत, एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने का आरोप
कीर्तिनगर में रहने वाले युवक ने नागरिक अस्पताल स्टाफ पर इलाज में
जागरण संवाददाता, सिरसा : कीर्तिनगर में रहने वाले युवक ने नागरिक अस्पताल स्टाफ पर इलाज में कोताही बरतने व एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने के आरोप लगाए है। इस मामले में युवक ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्यमंत्री, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
कीर्तिनगर निवासी अमित ने बताया कि उसकी सवा साल की बेटी पिहू को कुछ समय पहले उल्टी दस्त लगे हुए थे। तबीयत बिगड़ने पर वह अपनी बेटी को नागरिक अस्पताल में लेकर आया। जहां चिकित्सक ने उसके टेस्ट करके 28 नवंबर को अस्पताल में दाखिल कर उपचार शुरू कर दिया। 48 घंटे बीत जाने के बाद भी उसकी बेटी की सेहत में सुधार नहीं हुआ और तबीयत और खराब होने लगी। अमित ने बताया कि उसने ड्यूटी डाक्टर को दिखाने के लिए कहा परंतु वहां मौके पर कार्यरत नर्स आई और वह अपने साथ इंजेक्शन की बोतल लेकर आई। इंजेक्शन उसने उसकी बेटी के हाथ पर लगा दिया और 10 मिनट बाद ही इंजेक्शन रिएक्शन कर गया और उसकी बेटी के हाथ में सूजन आ गई। अमित ने बताया कि बताया कि जब उसने इंजेक्शन देखा तो वह छह माह पहले अर्थात जुलाई 2019 में एक्पायर हो चुका था। जिसके बाद वह नर्स के पास गया और उसे सारी बात बताई। नर्स ने कहा कि वे सभी मरीजों को यही दवाई दे रहे हैं। अगर अच्छी दवाई चाहिए तो निजी अस्पताल में ले जाओ। इसके बाद वह अपनी बीमार बेटी को वहां से लेकर चला आया तथा एक्सपायरी इंजेक्शन वाली बोतल भी ले आया। अमित ने इस मामले में विजिलेंस जांच करवाने की मांग की साथ ही नागरिक अस्पताल में लगे सीसी कैमरों की रिकार्डिंग डिलीट न करने की मांग की। जांच के लिए एमएस को लिखा पत्र: सीएमओ
नागरिक अस्पताल के सीएमओ डा. रोहताश ने बताया कि इस मामले में बच्ची के पिता ने उन्हें शिकायत दी है। इस मामले की जांच के लिए उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक को लिखा है। जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।