11 एमएम बरसात में गिरी दो मकानों की छत, मलबे तले दबने से सामान टूटा
मंगलवार को डबवाली में 11 एमएम बरसात हुई। बरसात की वजह से शहर के
संवाद सहयोगी, डबवाली : मंगलवार को डबवाली में 11 एमएम बरसात हुई। बरसात की वजह से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया तो वहीं न्यू बस स्टैंड रोड पर वार्ड नं. 14 की गली बाबा रामदेव मंदिर वाली में दो मकानों की छत गिर गई। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई। हालांकि छत के मलबे तले आने से इलेक्ट्रानिक तथा अन्य सामान टूट गया।
दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे बरसात शुरु हुई। गली बाबा रामदेव मंदिर वाली में एक मकान की छत गिर गई। मकान में हरियाणा पुलिस का हवलदार बंसी लाल, उसके भाई दिवंगत प्यारे लाल का परिवार तथा छोटा भाई तरसेम रहता है। हादसे के बंसी लाल की पत्नी बबली बेडरूम में थी। छोटा भाई तरसेम जूतियां बना रहा था। जबकि मृतक प्यारे लाल की कोटकपूरा में विवाहित बेटी रजनी, अपने बच्चे जीनल के साथ मां संतोष के पास आई हुई थी। वह मकान की पहली मंजिल पर बने कमरे में थी। उसकी मां लोगों के घरों में झाडू-पौछा करके घर वापिस लौटी थी। इसी दौरान पहली मंजिल पर बने एक कमरे की छत गिर गई। बबली बाहर की ओर भागी तो वहीं तरसेम काम छोड़कर आंगन में आ गया। इधर धमाका सुनाई दिया तो मां-बेटी कमरे से बाहर आई, उनकी आंखों के सामने कमरे के आगे बना बरामदा गिर गया। अन्य दो कमरों में दरारें आ गई। मलबे तले दबने से बैड, फ्रिज, कूलर, अलमारी आदि सारा सामान टूट गया।
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पड़ोसी की छत पर गिरा मलबा, टूट गया सामान
इधर बंसी लाल के मकान का मलबा पड़ोसी जूती मेकर ओमप्रकाश के घर पर जा गिरा। जिससे उसके कमरे की छत टूटकर गिर गई। कमरे में पड़े बैड, दीवान के अतिरिक्त अन्य सामान टूट गया। ओमप्रकाश के अनुसार बारिश के कारण वह कमरे के भीतर था। उसकी पत्नी उषा देवी, बच्चे विशाल, सचिन, टीना तथा अन्नपूर्णा बरामद में बैठे हुए थे।
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योजना से अनभिज्ञ है अनुसूचित जाति के लोग
जर्जर घरों की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए डा. बीआर आंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना चला रही है। लेकिन अनुसूचित वर्ग के लोग इससे अनभिज्ञ है। योजना के अनुसार मकान की मरम्मत के लिए हरियाणा सरकार 50 हजार रुपये का अनुदान देती है। शर्त यह है कि प्रार्थी हरियाणा का स्थाई निवासी तथा अनुसूचित, विमुक्त या फिर टपरीवास जाति से संबंधित होना चाहिए। प्रार्थी का नाम बीपीएल सूची में होना चाहिए। जिस मकान की मरम्मत की जानी है, वह प्रार्थी के नाम होना चाहिए। उसे बने हुए कम से कम दस वर्ष या उससे अधिक समय हो गया हो। मरम्मत के लिए हरियाणा के किसी भी विभाग से अनुदान नहीं लिया होना चाहिए। आवेदन पत्र में प्रार्थी का आधार नंबर होना चाहिए। आवेदन के साथ अनुसूचित जाति या टपरीवास जाति का प्रमाण, हरियाणा निवासी होने का प्रमाण, आधार लिक बैंक पास बुक की फोटो प्रति होनी चाहिए।
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डा. बीआर आंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत 50 हजार रुपये का अनुदान मिलता है। अनुसूचित जाति के लोगों के लिए यह योजना बहुत फायदेमंद है। काफी पात्र लोग इसका लाभ उठा चुके है। वंचित लोग विभाग की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करके लाभ ले सकते है। वर्ष 2018 में सरकार ने राशि 25 हजार से डबल 50 हजार की थी।
-अमी लाल, तहसील कल्याण अधिकारी, डबवाली।