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बंदी को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर, जेल में शुरू होगा प्रशिक्षण

कोरोना संक्रमण के कारण आई जागरूकता की वजह से लंबे समय तक मा

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 08:23 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 06:08 AM (IST)
बंदी को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर, जेल में शुरू होगा प्रशिक्षण
बंदी को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर, जेल में शुरू होगा प्रशिक्षण

जागरण संवाददाता, सिरसा : कोरोना संक्रमण के कारण आई जागरूकता की वजह से लंबे समय तक मार्केट में साबुन और डिजरजेंट की मांग बनी रहेगी। इसी मांग को ध्यान में रखकर जिला जेल में बंदियों को साबुन और सर्फ बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जेल से बाहर निकलने पर बंदी आत्मनिर्भर बन पाए और उन्हें रोजगार के लिए किसी प्रकार की परेशानी न आए। जिला जेल में साबुन-सर्फ के अलावा सब्जी उत्पादन, मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण भी मिलेगा। वहीं महिलाओं के लिए भी प्रशिक्षण को लेकर मंथन किया गया है और उन्हें सिलाई-कढ़ाई व ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।

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जेल में रह रहे बंदियों को रोजगार से जोड़ने के लिए पहल की गई है। इस संबंध में सप्ताह भर के मंथन के बाद जेल प्रशासन ने पुरुष बंदियों के लिए तीन कोर्स सही माने हैं। पहले कोर्स साबुन व डिटरजेंट का है क्योंकि लंबे समय तक इसकी मांग रहनी है। लोग जागरूक हैं और कोरोना के चलते साबुन या सर्फ से हाथ धोना सभी की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। जेल मंत्री ने दिए थे निर्देश, स्वरोजगार पर हो जोर

जेल अधिकारियों के अनुसार जेल में प्रशिक्षण पहले भी दिए जाते रहे हैं। कई जेल पहले भी कई तरह के प्रशिक्षण दे रही हैं। सिरसा जेल में बंदियों को स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश जेल मंत्री रणजीत सिंह ने दिए हैं जिसके बाद जेल प्रशासन हरकत में आ गया। जेल मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जेल में बंद बंदियों को प्रशिक्षण मिलेगा तो बाहर जाकर वे समाज की मुख्य धारा में लौट पाएंगे और उनके सामने रोजगार का संकट नहीं होगा। आने वाले कुछ महीनों में जेल के अंदर प्रशिक्षण के कई और विकल्प उपलब्ध होंगे ताकि बंदी अपनी इच्छा अनुसार एक प्रशिक्षण जरूर लें। जेल के बंदी जब बाहर लौटें तो वे रोजगार को लेकर चितित न हो बल्कि उनके पास काम करने का हुनर हो और वे अपराध के दलदल से दूर रहे इसीलिए जेल में कुछ बंदियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। लंबे समय तक साबुन और सर्फ की मांग मार्केट में रहनी है इसी के ²ष्टिगत बंदियों को सर्फ व साबुन बनाने की ट्रेनिग दी जाएगी। इस क्षेत्र के हिसाब से सब्जी उत्पादन भी एक अच्छा विकल्प है। बागवानी विभाग से मिलकर इसका प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। महिला बंदियों को भी ब्यूटी पार्लर व सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

- शेर सिंह, जेल अधीक्षक सिरसा।


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