मेयर को हटाने की शक्ति सीधे सरकार के पास होना ¨नदनीय : जैन
इनेलो जिलाध्यक्ष पदम जैन ने सरकार के उस निर्णय की कड़ी आलोचना की
जागरण संवाददाता, सिरसा: इनेलो जिलाध्यक्ष पदम जैन ने सरकार के उस निर्णय की कड़ी आलोचना की है जिसमें जनता की ओर से चुने जाने वाले मेयर को सरकार सीधे हटाने की पावर प्रयोग करना चाहती है। यह चुने हुए जनप्रतिनिधियों, जनता के साथ सीधे तौर पर विश्वासघात होगा।
सोमवार को जारी बयान में जैन ने कहा कि भाजपा सरकार नित्य ऐसे फैसले ले रही है जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित हो रही है। उन्होंने कहा कि एक ओर राज्य सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को जीवित रखने के दावे करती है मगर स्वयं ही ऐसे कानून बनाकर पारित करती है जिसमें लोकतांत्रिक पदों लोकतांत्रिक तरीके से ही मेयर जैसे पद पर बैठने वाले व्यक्ति को सरकार अपने स्तर पर हटाने की शक्ति हासिल करती है। इनेलो जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि ऐसे कानून पारित किए गए तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया का ढांचा पूरी तरह से चकनाचूर हो जाएगा। जनता द्वारा सीधे चुने जाने पर भी मेयर सरकार द्वारा उसे हटाने के भय से उन्मुक्त होकर विकास कार्य नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से उन चुने जाने वाले मेयर को काफी परेशानी से जूझना पड़ सकता है जो विपक्षी राजनीतिक दलों से हों और उन्हें जनता ने सीधे चुना हो। इनेलो जिलाध्यक्ष ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जिस प्रकार के विपरीत फैसले भाजपा ले रही है, उससे यह प्रतीत होता है कि भाजपा अपने इशारे पर ही सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को चलाना चाहती है। इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो सरकार के ऐसे तमाम निर्णयों का विरोध कर रही है जिसमें किसी भी लोकतांत्रिक संस्थाओं को चलाने के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं को केवल अपनी सुविधानुसार निर्धारित करने का प्रयास किया गया हो।