त्याग करने वालों को मिलते हैं भगवान: मुकुंद मोहन शास्त्री
पुरानी कोर्ट कॉलोनी स्थित रमेश साहुवाला के निवास पर आयोजित श्रीम
जागरण संवाददाता, सिरसा : पुरानी कोर्ट कॉलोनी स्थित रमेश साहुवाला के निवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कथावाचक मुकुंद मोहन शास्त्री ने कहा कि भगवान शिव ने भक्तों की रक्षा के लिए सर्वप्रथम विष का पान किया। रामचरित्र मानस का पाठ हर घर में होना चाहिए। राम का जो चरित्र है, हमें मानवता करना सिखाता है। कथावाचक शास्त्री ने भगवान श्री कृष्ण की कथा सुनाई और कहा कि भगवान कृष्ण नंद के घर प्रगट भये, इसलिए संत महापुरूष कहते है कि परमात्मा उसी के घर में लीला करते है, जिनकी प्रवृत्ति त्याग की हो। उन्होंने कहा कि भगवान उन्हीं को मिलते है, जिनमें त्याग करने की क्षमता हो। भगवान प्रलोभन से नहीं सच्चे भाव से मिलते है। स्वामी रमेश साहुवाला ने कहा कि भागवत कथा सुनने से आत्मा तृप्त हो जाती है और हमारे जीवन में आनंद ही आनंद की अनुभूति होती है। इससे भक्ति रस प्राप्त होता है। इसलिए हमें सच्चे भक्त बनकर भगवान की शरण में जाना चाहिए व प्रतिदिन गीता का पाठ करना चाहिए। हमें नियमित ध्यान साधना भी करनी चाहिए। इस मौके पर पदम बांसल, आशा रानी बांसल, राधेश्याम कसेरा, ममता सैनी, सोनू सैनी, आशा गनेरीवाला, अंजना गोयल, अश्वनी बांसल, मधुर लौहिया, सुरेंद्र ¨सह, गुलशन कुमार, सोनू बब्बर, कालू सब्जीवाला, दीपक कुमार सांवरिया, सोनू शर्मा, दीपू कुमार, रवि कुमार, रामसेवक व्यास, आरपी नागवंशी, नागराज, सुशील नागवंशी भी मौजूद थे।