संगीतकार अपनी प्रस्तुति से मोह लेता है अपना मन : एडीसी
जागरण संवाददाता, सिरसा : समाज में संगीतकार का सबसे बड़ा योगदान होता है। संगीतकार से हम उ
जागरण संवाददाता, सिरसा : समाज में संगीतकार का सबसे बड़ा योगदान होता है। संगीतकार से हम उनकी जाति, धर्म व भाषा नहीं पूछते बल्कि उनके संगीत को बड़े मार्मिक ढंग से सुनते हैं। उक्त विचार अतिरिक्त उपायुक्त डा. मुनीष नागपाल ने राजकीय स्कूल खैरपुर में सर्वशिक्षा अभियान के तहत आयोजित जिलास्तरीय हरियाणा एक खोज एवं कला उत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। जिला स्तरीय कला उत्सव कार्यक्रम में सभी खंडों के 28 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
एडीसी डा. नागपाल ने कहा कि वे शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भाग लें और देश व प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संगीत का भी महत्व है। संगीत एक साधना है। समाज में संगीतकार का सबसे बड़ा योगदान होता है। हम संगीत सुन रहे होते हैं तो हम उनसे उनके धर्म व जाति के बारे में नहीं पूछते बल्कि संगीतकार द्वारा दी गई प्रस्तुति को ध्यान से सुनते हैं और संगीतकार अपनी प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लेता है। उन्होंने कहा कि बच्चे आगे चलकर खिलाड़ी व अधिकारी बन सकते हैं। इसके साथ-साथ विश्वविख्यात संगीतकार भी हो सकते हैं। इस अवसर पर बच्चों ने हरियाणवी नृत्य, देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर बीईओ सुनेश बिश्रोई, प्राचार्य कुलदीप कौर, निर्मल चालिया, चिमन भारतीय, कुलदीप करगवाल, नरेंद्र कुमार, शम्मी, अनिता, संगीता उपस्थित थे।