फोर्ब्स के एशिया के 30 युवा उद्यमियों की सूची में डबवाली का चिकू भी शामिल
औद्योगिक दृष्टि से पिछड़े इलाके डबवाली के चिन्मय जिदल उर्फ चि
संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा):
औद्योगिक दृष्टि से पिछड़े इलाके डबवाली के चिन्मय जिदल उर्फ चिकू को फोर्ब्स ने एशिया का प्रतिभाशाली युवा उद्यमी तथा इनोवेटर्स करार देते हुए टॉप-30 में जगह दी है। युवा उद्यमी जुलाई 2019 में हांगकांग में चौथे शिखर सम्मेलन में शिरकत करेगा। चिन्मय अपने सीनियर साथी अंकित मिश्रा के साथ स्टोरी एक्सप्रेस के नाम से वीडियो क्रिएशन सर्विस कंपनी चलाते हैं। कंपनी के गुरुग्राम तथा यूएसए में ऑफिस हैं। 24 साल का यह युवा गुरुग्राम से कंपनी को संचालित करता हैं। उनके सात कई मल्टीनेशनल कंपनियां भी जुड़ी हुई हैं।
चिन्मय ने श्री मुक्तसर साहिब के गांव किलियांवाली स्थित बाल मंदिर सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ाई की हैं। 12वीं करने के बाद आइआइटी हैदराबाद से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की। वर्ष 2016 में बीटेक करते हुए उन्होंने वीडियो विज्ञापन बनाने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलेप किया था। जिसे बेस्ट सॉफ्टवेयर ऑफ द ईयर चुना गया था। वर्ष 2016 में इस युवा ने गुरुग्राम में कंपनी बनाई। यूएसए की कंपनियों को सॉफ्टवेयर इतना भाया कि उन्होंने इसके शेयर खरीद लिए। तीन साल की अल्प अवधि में ही डबवाली का यह नौजवान सफल उद्यमी बन गया है। उनके पिता नीरज जिदल डबवाली के सफल उद्योगपति हैं। उनकी माता नेहा जिदल गृहिणी हैं। बहन रिद्धी जिदल अमृतसर से लॉ कर रही हैं। घर पर परिजन उसे चिकू कहकर बुलाते हैं। वर्ष 2017 में शिकागो सम्मेलन में फोर्ब्स ने चिकू की सफलता पर स्टोरी प्रकाशित की थी। दो वर्ष बाद उसे एशिया का सबसे सफल युवा उद्यमी तथा इनोवेटर्स करार दिया है। डाक्टर बनाना चाहते थे पिता
चिन्मय के पिता उसे डाक्टर बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने बचपन से ही उसे मोटीवेट करना शुरू कर दिया। चिन्मय 10वीं में था। कुछ दोस्त उसके साथ थे। पिता ने पूछा जिदगी में क्या बनना चाहते हो, तो उसने दो घंटे का समय मांगा। एक बंद कमरे में बैठक करके दोस्तों के साथ बाहर आया। बोला कि इंजीनियर बनाना चाहता हूं। चिन्मय जॉब नहीं, स्वतंत्र बिजनेस करना चाहता था। इसमें वह सफल हुआ।