थेहड़ पर पुरातत्व विभाग की टीम ने 50 फीट की ऊंचाई पर शुरू की खुदाई
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने शनिवार को थेहड़ पर खुदाई शु
जागरण संवाददाता, सिरसा :
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने शनिवार को थेहड़ पर खुदाई शुरू कर दी है। टीम ने थेहड़ की सबसे ऊंची जगह 50 फीट टीले पर खुदाई शुरू की है। विभाग की टीम ने 25 मजदूरों की सहायता से खुदाई शुरू करवाई। वहीं खुदाई के दौरान निकलने वाली वस्तुओं को रखने के लिए पोटरी यार्ड बनाया गया। यानि थेहड़ से निकलने वाली वस्तुओं को पहले थेहड़ पर ही रखा जाएगा।
बारकी से की जा रही पड़ताल
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीक्षक विद अजूल जूल्फीकर अली, सहायक विद अक्षयत कौशिक, विकास कुमार व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के इतिहास विभाग के शोधार्थी सुमित कुमार के नेतृत्व में खुदाई शुरू करवाई गई। पिछले लंबे समय से 50 फीट टीले पर खुदाई करवाई। जिसमें निकलने वाली मिट्टी को निकाला गया। इसके बाद मजदूरों की सहायता से बारीकी से अध्ययन किया गया। मिट्टी को छलनी से भी छानकर देखा गया। विभाग द्वारा 3 फीट तक खुदाई में ज्यादातर टिकरी निकलती हुई मिली। विभाग की टीम ने थेहड़ का बनाया ले आउट
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने थेहड़ का पूरा ले आउट तैयार किया है। विभाग ने 10 गुणा 10 का के जोन बनाए गये हैं। इसमें खुदाई करवाई जाएगी। खुदाई के दौरान मिट्टी उठाई जाएगी। अगर इसमें कुछ नहीं मिलता है। इसके बाद दूसरी जगह पर खुदाई करवाई जाएगी। विभाग के अधिकारी खुदाई की समय समय पर वीडियोग्राफी भी करवा रहे हैं। खुदाई का कार्य अब बिन रुके प्रतिदिन किया जाएगा। जो भी मिला पहले थेहड़ पर रखा जाएगी वस्तु
थेहड़ पर खुदाई के दौरान निकलने वाली वस्तुओं को रखने के लिए पोटरी यार्ड बनाया गया। जिसके लिए सुबह से शाम तक 10 मजदूरों ने भूमि को समतल किया। जिसमें जो भी वस्तु थेहड़ से निकलेगी पहले थेहड़ पर रखी जाएगी। इसके बाद विभाग के अधिकारी वीडियोग्राफी करवाने के बाद आगे की रूपरेखा तैयार करेंगे। खुदाई देखने पहुंचते रहे थेहड़वासी
थेहड़ पर खाली पड़ी करीब 29 एकड़ भूमि पर खुदाई शुरू की गई है। थेहड़ पर 85 एकड़ भूमि पर खाली करवाने के आदेश है। यहां पर रहने वाले करीब 725 परिवारों को हाउ¨सग बोर्ड के फ्लैट में शिफ्ट पहले ही किया जा चुका है। थेहड़वासियों ने हाईकोर्ट में दो याचिका भी डाली हुई है। थेहड़ पर जैसे ही खुदाई का कार्य शुरू किया गया है। थेहड़ पर रहने वाले परिवार के सदस्य देखने के लिए पहुंचने लगे। दिनभर खुदाई को लोग देखते रहे।