पत्रकारवार्ता में बोला चिकित्सक, पोलियोग्रॉफी टेस्ट का तर्क देकर आरोपितों को बचा रही है पुलिस
टोहाना के नर्सिंग होम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई में शिकायतकर्ता कांता गर्ग के बेटे डा. गगनदीप ने पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाए है कि पुलिस पोलियोग्रॉफी टेस्ट का तर्क देकर आरोपितों को बचा रही है। पत्रकारों से बातचीत में डा. गगनदीप ने कहा कि रतिया के तत्कालीन एसएमओ डॉ. वीके जैन व टोहाना के तत्कालीन एसएमओ ने वर्ष 2016 में टोहाना
जागरण संवाददाता, सिरसा : टोहाना के नर्सिंग होम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई में शिकायतकर्ता कांता गर्ग के बेटे डा. गगनदीप ने पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाए है कि पुलिस पोलियोग्रॉफी टेस्ट का तर्क देकर आरोपितों को बचा रही है। पत्रकारों से बातचीत में डा. गगनदीप ने कहा कि रतिया के तत्कालीन एसएमओ डा. वीके जैन व टोहाना के तत्कालीन एसएमओ ने वर्ष 2016 में टोहाना में स्थित गर्ग मैटरनिटी सेंटर व कल्याणी नर्सिंग होम में रेड की थी। गगनदीप ने आरोप लगाए कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले उनसे 15 लाख रुपये की मांग की गई। रुपये न देने पर फर्जी मामला दर्ज करने का दबाव बनाया गया। लंबी लड़ाई लड़ने के बाद टोहाना सिटी पुलिस में मामला दर्ज तो हुआ लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तत्कालीन आइजी को मामले से अवगत करवाने के बाद एसआईटी का गठन किया और डीएसपी आर्यन चौधरी को मामले की जांच सौंपी।
पत्रकार वार्ता में डा. गगनदीप ने यह भी कहा कि डीएसपी आर्यन चौधरी को उन्होंने सभी तथ्य व रिकार्ड दिया है। लेकिन वे पोलियोग्राफी पर अड़े है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस आरोपितों को बचाने में जुटी है। इसी के साथ फतेहाबाद के सिविल सर्जन की मामले में भूमिका की जांच नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि उन्होंने मामले को कष्ट निवारण समिति की बैठक में दर्ज करवाया है और वे गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष तथ्यों के साथ अपनी बात रखेंगे।
वहीं इस मामले में डीएसपी आर्यन चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता डा. गगनदीप के आरोप बिलकुल गलत है। पोलियोग्राफी टेस्ट की मांग पहले शिकायतकर्ता ने ही थी। अगर हमें लगेगा तो हम करवाएंगे अन्यथा नहीं। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।