अध्यापकों ने नीतियां के विरोध में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में कृ
संवाद सहयोगी, ऐलनाबाद: हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में कृषि कानूनों के विरोध में, शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रयोगों, शिक्षा नीति, ट्रांसफर ड्राइव के न चलाने के विरोध में व अध्यापकों से जुड़ी अन्य मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर खण्ड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लाक प्रधान गुरमीत सिंह के की। कार्यक्रम संचालन राधा कृष्ण पटीर ने किया। राज्य उपप्रधान सुनील कुमार यादव ने कहा कि भारत सरकार किसानों के लिए बनाए गए तीन कृषि कानूनों ,जिसका किसान पिछले 10 महीने से शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उनकी बातों को अनसुना कर रही है। अध्यापकों से जुड़ी मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेगा । यादव ने कहा की सरकार शिक्षा को भी निजी हाथों में सौंपना चाहती है। सरकार ने 2020 में नई शिक्षा नीति लागू की है यह नई शिक्षा नीति ,शिक्षा को बढ़ावा ना देकर पोंगापंथी, शिक्षा के निजी करण की ओर ले जाने वाली शिक्षा नीति है। मांग की कि सरकार एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करें। अतिथि अध्यापकों को सेवा सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा भी दें। उन्होंने कहा की शिक्षा विभाग में प्राध्यापक वर्ग से व मुख्य अध्यापक वर्ग से लगभग 700 अध्यापकों को प्राचार्य पद पर पदोन्नत किया है। विभाग डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी आज तक पदोन्नत हुए प्राचार्य को स्टेशन अलॉट नहीं कर पाया है। ब्लाक प्रधान गुरमीत सिंह ने कहा कि सरकार एक तरफ तो ट्रांसफर ड्राइव के नाम पर अन्य राज्यों में वाहवाही लूट रही है। जबकि हकीकत यह है कि 2016 की ट्रांसफर ड्राइव में एनीव्हेयर में गए हुए लगभग 3000 अध्यापकों के लिए आज तक ट्रांसफर ड्राइव नहीं चला पाया है। इस मौके पर शीशपाल सिंह, बाज सिंह, राधा कृष्ण पटीर ,विजय कुमार भटनागर, मांगेराम, श्रवण कुमार, संतलाल, पूर्ण सिंह, इंद्रजीत काहलो, रिशु मेहता आदि भी उपस्थित रहे।