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पर्यावरण सुरक्षा के लिए साइकिल पर पृथ्वी रखकर घूम रहे सुभाष बिश्नेाई

डबवाली 36 वर्ष की सरकारी सर्विस के बाद 59 वर्षीय सुभाष बिश्नोई साइकिल पर पृथ्वी

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 11:34 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 11:34 AM (IST)
पर्यावरण सुरक्षा के लिए साइकिल पर पृथ्वी रखकर घूम रहे सुभाष बिश्नेाई
पर्यावरण सुरक्षा के लिए साइकिल पर पृथ्वी रखकर घूम रहे सुभाष बिश्नेाई

संवाद सहयोगी, डबवाली : 36 वर्ष की सरकारी सर्विस के बाद 59 वर्षीय सुभाष बिश्नोई साइकिल पर पृथ्वी उठाए घूम रहे है। मकसद है कि पृथ्वी की सुरक्षा। उनका कहना है कि पृथ्वी तभी सुरक्षित होगी, जब पानी, पेड़-पौधे बचेंगे। उनकी साइकिल चार माह में करीब 90 गांवों में पहुंची है। तकरीबन वे 750 किलोमीटर का सफर तय कर चुके है। साथ ही वे ग्रामीणों की समस्याओं का निपटारा कर रहे है। बताते है कि रानियां खंड के गांव घोडांवाली में अजीब मामला सामने आया। जब ग्रामीणों ने बताया कि वे पीने का पानी मोल खरीदकर प्यास बुझाने की बात कही। साथ ही बताया कि बिल 1500-2000 आ रहे है। जल जीवन मिशन से जुड़े सुभाष ने फौरी तौर पर मामले को अधिकारियों के संज्ञान में लाया। उन्होंने ग्रामीणों को जल बचत की सीख दी। नीति आयोग 2018 की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि न संभले तो पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज होना पड़ेगा। सुभाष बिश्नोई हिसार जिला के गांव कालीरावण के रहने वाले है। वे अगस्त 2020 में गुरुग्राम स्थित मार्केट कमेटी से बतौर मंडी सुपरवाइजर रिटायर हुए थे। ----

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सिरसा से शुरू की यात्रा, कारण भी बताया ग्रेजुएट सुभाष बिश्नोई ने वर्ष 1984 में सिरसा से बतौर मंडी सुपरवाइजर नौकरी शुरू की थी। वे तकरीबन 20 साल तक यहां तैनात रहे है। जनवरी 2021 में उन्होंने साइकिल यात्रा शुरू की थी। सिरसा से भट्टू, डिग, फतेहाबाद, बडोपल, भूना, जाखल, रतिया, कालांवाली, ओढ़ां, डबवाली, जोतांवाली, श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) के गांव कंदूखेड़ा, संगरिया के गांवों से होते हुए ऐलनाबाद में प्रवेश किया। ऐलनाबाद से पुन: डबवाली आ गए। उनका कहना है कि वे 27 दिन तक जागरूकता अभियान चला चुके है। एक दिन में तीन गांव तक पहुंचते है। एक-दो घंटे बिताकर उनको पृथ्वी बचाने की सीख देते है।

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नौकरी के दौरान नहीं कर पाया, अब कर रहा हूं रिटायर्ड मंडी सुपरवाइजर का कहना है कि नौकरी के दौरान समाजसेवा की इच्छा थी। वे जितनी कर सकते थे, उतना किया। अब सरकारी सेवा के बाद सौ फीसद समाजसेवा में झोंक दिया है। सुभाष ने गुरुग्राम से करीब आठ हजार रुपये में साइकिल खरीदी थी। गाड़ी में डालकर सिरसा ले आए। करीब ढाई हजार रुपये खर्च करके साइकिल को मोडिफाइ करवा लिया ताकि ग्रामीण अलग तरह की साइकिल देखकर प्रेरित हों।

---- साइकिलिग करने से हेल्थ ठीक रहती है, तो वहीं लोगों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करके दिल खुश होता है। जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रॉजेक्ट है। लोगों को मोटीवेट करने के लिए साइकिल जागरूकता का प्लान मैंने जनस्वास्थ्य विभाग के सीनियर अधिकारियों से सांझा किया था। हम जींद का प्लान कर रहे थे। किसी कारणवश अधिकारी पीछे हट गए। लेकिन मैं अपने संकल्प पर ²ढ़ रहा। मैंने साइकिल उठाई और चल दिया जागरूक करने। -सुभाष बिश्नोई, रिटायर्ड मंडी सुपरवाइजर

बिश्नोई सभा ने किया अभिनंदन समाजसेवी सुभाष चंद्र बिश्नोई का बुधवार को डबवाली पहुंचने पर बिश्नोई सभा द्वारा स्वागत किया गया। सभा सचिव इंद्रजीत बिश्नोइ ने बताया कि आज से 550 वर्ष पूर्व बिश्नोई धर्म प्रवर्तक श्री गुरु जंभेश्वर भगवान ने भी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का यही संदेश दिया था। उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए सुभाष बिश्नोई ने द्वारा शुरु की गई जागरूकता मुहिम सराहनीय है।


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