गुलाबी सुंडी के प्रकोप को रोकने के लिए किसानों ने प्रशासन से लगाई गुहार
नरमे की फसल की बिजाई के बाद अंकुरित हुए पौधों में अभी से गुलाबी सुंडी के प्रकोप को देखते हुए भारतीय किसान एकता (बीकेई) के अध्यक्ष लखविद्र सिंह औलख के नेतृत्व में जिले के किसान सोमवार को जिला उपायुक्त से मिले और एक ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, सिरसा: नरमे की फसल की बिजाई के बाद अंकुरित हुए पौधों में अभी से गुलाबी सुंडी के प्रकोप को देखते हुए भारतीय किसान एकता (बीकेई) के अध्यक्ष लखविद्र सिंह औलख के नेतृत्व में जिले के किसान सोमवार को जिला उपायुक्त से मिले और एक ज्ञापन सौंपा। बीकेई मीडिया प्रभारी गुरलाल भंगू ने बताया कि रविवार को टीम बीकेई ने कालांवाली में खेतों में जाकर सर्वे किया तो काफी खेतों में गुलाबी सुंडी का प्रकोप देखने को मिला। उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त के साथ कृषि उपनिदेशक के साथ किसानों की बैठक हुई। किसानों ने मांग रखी कि गुलाबी सुंडी पर नियंत्रण पाने के लिए प्रभावित क्षेत्र में कृषि विभाग, कपास अनुसंधान केंद्र को अभियान चलाने के लिए आदेश जारी किया जाए। इसके साथ-साथ बीटी बीज वाली कंपनियां भी किसानों की मदद के लिए आगे आए। वे भी किसान को फेरोमेन ट्रैप और सूंडियों के कंट्रोल के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाएं। कीड़ेमार दवाइयों वाले दुकानदारों से भी अपील है कि किसानों को अनावश्यक कीड़ेमार दवाई का छिड़काव न करवाएं। गुलाबी सुंडी के प्रकोप को अवसर न बनाकर किसान की मदद करें। किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि 2020-21 का मुआवजा भी अभी तक कई किसानों को नहीं मिला है। यदि इस बार भी नरमे की फसल खराब होती है तो किसान यह नुकसान झेल नहीं पाएगा। उपायुक्त ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे संबंधित विभाग से किसान की हर संभव मदद करवाएंगे। इस मौके पर अरविद रोड़ी, सतनाम भंगू, गुरदीप मल्लेवाला, गुरमीत पंच भंगू, अंग्रेज कोटली, संदीप झिड़ी, रविन्द्र गिल, कुलदीप सिंह झिड़ी, निहाल सिंह बाजेकां, निदर सिंह रुघुआना, बाबा निक्का सिंह फग्गू, अरविद बैनीवाल, सुखराज सिंह रुघुआना ढाणी, सुखविद्र सिंह मोरीवाला, दलविद्र सिंह, अमरीक सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे। बीमा क्लेम लेने के लिए यूथ क्लब ने सौंपा ज्ञापन गांव मिठडी के गुरु तेग बहादुर यूथ क्लब के सदस्यों ने उपायुक्त को ज्ञापन देकर नरमे की फसल का बीमा क्लेम दिये जाने की मांग की। क्लब के पदाधिकारियों गुरजंट सिंह, गुरतेज सिंह, गुरमीत सिंह, हरीपाल सिंह, अमरजीत सिंह, गुलाल, गुरजंट इत्यादि ने कहा कि गांव में नरमे की फसल का किसानों ने बीमा करवाया रखा था। उनके गांव में नरमे की फसल खराब हो गई। एडीओ व पटवारी ने रिपोर्ट के द्वारा लिखा था कि गांव में नरमे की फसल को नुकसान हुआ है। क्लब सदस्यों ने कहा कि उनके पड़ोसी गांवों में बीमा क्लेम की राशि आ चुकी है लेकिन उनके गांव में बीमा राशि नहीं आई है।