जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक आयोजित, 13 में से 9 शिकायतों का निपटान, सख्ती के मूड में दिखे मंत्री डा. कमल गुप्ता
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता ने कहा कि आमजन की शिकायतों पर पुलिस और संबंधित विभाग पूरी गंभीरता व दायित्व के साथ कार्रवाई करें। ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। पीड़ित व्यक्ति को न्याय और दोषी के खिलाफ कार्रवाई जरूर होनी चाहिए और इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरतें।
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता ने कहा कि आमजन की शिकायतों पर पुलिस और संबंधित विभाग पूरी गंभीरता व दायित्व के साथ कार्रवाई करें। ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। पीड़ित व्यक्ति को न्याय और दोषी के खिलाफ कार्रवाई जरूर होनी चाहिए और इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरतें।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री हरियाणा डा. कमल गुप्ता बुधवार को जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में 13 शिकायतें रखी गई, जिनमें से नौ शिकायतों का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। बैठक में ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, उपायुक्त अजय सिंह तोमर, एडीसी सुशील कुमार, एसडीएम जयवीर यादव , भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य चौटाला मौजूद रहे।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा कि गांव हारणी की महिला के पासपोर्ट वेरिफिकेशन करवाने के मामले में 1800 रुपये रिश्वत के आरोप में कड़ा संज्ञान लेते हुए रानियां थाना के मुंशी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेरिफिकेशन के नाम पर रिश्वत मांगना और फिर शिकायत होने पर उसे वापस करना संगीन मामला है, मामले की जांच डीसी से करवाई जाए। जिले के गांव मोठसरा निवासी राममूर्ति की शिकायत थी कि उसका पुत्र भारत फाइनेंस कंपनी में काम करता था, 14 मई, 2021 को ओटू घाट पर मृत पाया गया था। इस पर पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक मृतक के मोबाइल की फोरेंसिक जांच व लाइव डिटेक्टिव की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा कि फिलहाल लाई डिटेक्टर मशीन से जांच करते हुए इस शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई की जाए। उन्होंने डीएसपी से कहा कि अगली बैठक से पहले इस मामले में कार्रवाई करें। गांव बालासर की महिला की नाबालिग बेटी को बहला फुसला कर ले जाने से संबंधित शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि डीएसपी ऐलनाबाद स्वयं मामले की जांच करें और अगली बैठक तक मामले का उचित समाधान अवश्य करवाएं। समिति सदस्यों की शिकायतों व विकासात्मक सुझावों पर उठाए जाएं ठोस कदम
बैठक में मंत्री की अनुमति पर समिति सदस्य निताशा सिहाग ने मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह शगुन योजना के तहत दिए जाने वाली प्रोत्साहन राशि की एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत के रूप लेने मामले में संज्ञान लेते हुए निर्देश दिए कि एडीसी पूरे मामले की जांच करें, मामले में अगर कोई विभागीय अधिकारी या निजी व्यक्ति शामिल पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसी प्रकार समिति सदस्य की ओर से शहर में बेसहारा पशुओं से होने वाले हादसों व सफाई व्यवस्था और बेहतर करने की शिकायत पर मंत्री ने नगर परिषद को निर्देश दिए कि शहर में सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए। इसके अलावा पशुओं में लंपी बीमारी का प्रकोप खत्म होने पर बेसहारा पशुओं को गोशालाओं में भिजवाया जाए। अभय बोले- ऐलनाबाद हलके के 10 गांवों में जलभराव, मंत्री बोले अधिकारी जल्द करवाएं समाधान
बैठक में ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला ने ऐलनाबाद हलके के 10 गांवों में बरसाती पानी के जलभराव का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी विभागों के अधिकारी यह काम नहीं कर पाते हैं, तो हमें बताएं हम कर देंगे। इसके बाद मंत्री कमल गुप्ता ने सिचाई विभाग के अधिकारियों का पक्ष जाना और उन्हें निर्देश दिए कि 30 अगस्त से पहले जलभराव की समस्या का समाधान करें। अभय सिंह बोले की 30 अगस्त नहीं 5 सितंबर तक निकलवा दो। अभय सिंह ने मंत्री कमल गुप्ता का आभार जताया और कहा कि कष्ट निवारण समिति की बैठक में आने वाले लोगों को न्याय मिल रहा है इसके लिए वे धन्यवादी है। वे बुधवार को ऐलनाबाद हलके के गांवों के दौरे पर थे। दौरा बीच में छोड़कर जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में गांव के लोगों के साथ आए हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष बोले- रानियां में हो रही है प्रेशर पालिटिक्स
भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य चौटाला ने रानियां हलके में पार्टी कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे बनाए जाने की शिकायत की। उन्होंने कहा कि रानियां में प्रेशर पालिटिक्स हो रही है। भाजपा कार्यकर्ता निर्मल सिंह पर दर्ज किए गए मामले की शिकायत में मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच एडीसी करेंगे और जिन लोगों ने गलत किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों पर दिखाई सख्ती
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक शुरू होने से पहले मंत्री कमल गुप्ता ने बीते माह हुई बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के कारण जाने। उन्हें बताया गया कि 10 में से छह कर्मचारियों ने स्पष्टीकरण का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी बिना अनुमति के नहीं आए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। डीटीपी के गैरहाजिर रहने के मामले में मुख्यालय को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। मंत्री डा. कमल गुप्ता ने बुधवार को गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों के बारे में पूछा तो बताया गया कि डीएमई, वीटा सीइओ, एनएचआइ बठिडा अधिकारी, एक्सरसाइज अधिकारी, पाल्यूशन बोर्ड के अधिकारी गैरहाजिर रहे जबकि एसडीओ इरिगेशन साइट पर गए थे, जिन्हें तुरंत आने को कहा। मंत्री ने कहा कि जो बिना अनुमति के गैरहाजिर रहे है, उन्हें नोटिस दिए जाएं और कार्रवाई की जाए।