रेलवे टिकट ब्लैक करने के लिए बना रखी थी सात फर्जी आइडी
रेलवे टिकट ब्लैक करने के आरोपित दीपक गर्ग उर्फ दीपू निवासी डबवा
संवाद सहयोगी, डबवाली :
रेलवे टिकट ब्लैक करने के आरोपित दीपक गर्ग उर्फ दीपू निवासी डबवाली को आरपीएफ ने शनिवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी रितू की अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 10 हजार रुपये जमानत पर रिहा कर दिया। आरपीएफ प्रभारी रमेश कुमार ने खुलासा करते हुए कहा कि आरोपित फर्जी आइडी का प्रयोग करके तत्काल टिकट की ब्लैक करता था। आरोपित ने सात फर्जी आइडी बना रखी थीं। पुलिस के अनुसार वह 9 साल से रेलवे टिकट की ऑनलाइन बु¨कग का कार्य कर रहा है। फर्जी आइडी की जांच की जाएगी। फिलहाल जांच में यही बात सामने आई है कि आरोपित प्रतिदिन 2 टिकटों की ब्लैक करता था। आरपीएफ चौकी प्रभारी के अनुसार जांच के बाद चालान पेश किया जाएगा।
बता दें, आरपीएफ को मुखबरी मिली थी कि गोल बाजार के निकट दीपक गर्ग टिकट की ब्लैक करता है। हनुमानगढ़ थाना प्रभारी अजीत दहिया की टीम ने शुक्रवार को गोल बाजार में रेड करके दीपक गर्ग को रंगे हाथों दर दबोचा था। मथुरा से ब¨ठडा तक की टिकट कटवाने की एवज में तय मूल्य से दोगुना मूल्य ऐंठने का मामला सामने आया था। पुलिस ने टिकट ब्लैक करके कमाए गए 3700 रुपये बरामद करने का दावा किया था।