ई-पंचायत प्रणाली के विरोध में उतरे सरपंच और ग्राम सचिव
जागरण संवाददाता, सिरसा : एक अप्रैल से लागू की जाने वाली ई-पंचायत प्रणाली का विरोध तेज हो गया
जागरण संवाददाता, सिरसा : एक अप्रैल से लागू की जाने वाली ई-पंचायत प्रणाली का विरोध तेज हो गया है। बृहस्पतिवार को सरपंच-ग्राम सचिव संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सरपंच व ग्राम सचिवों ने इस प्रणाली का विरोध कर दिया और साफ कहा कि वर्तमान हालात में वे इसे स्वीकार नहीं कर सकते। साथ ही किसी भी अधिकारी को ग्राम पंचायत का रिकार्ड नहीं सौंपेंगे और सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो 28 मार्च को मुख्यमंत्री के आवास पर धरना भी देंगे।
सरपंच सुबह ही लघुसचिवालय में एकत्रित हो गए। यहां नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में सबसे बड़ी मांग ई-पंचायत प्रणाली को स्थगित करने की रही। सरपंचों ने कहा कि यह विकास में बाधक है। वर्तमान समय में पंचायतों के पास न कंप्यूटर हैं और न ही आपरेट है। सरपंचों को ई-प्रणाली की जानकारी नहीं है। दो दिन के प्रशिक्षण से इसे सीखा नहीं जा सकता। इसलिए फिलहाल इस प्रणाली को रोक दिया जाए। सरपंचों की दूसरी मांग प्रत्येक गांव में ग्राम सचिवालय बनाने और वहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाने की है। इसके अलावा गांवों में जल्द से जल्द राशन कार्ड बनवाए जाने और बीपीएल के लिए सर्वे नए सिरे से करवाने की मांग रखी है। मांगपत्र में ग्राम सचिवों का मासिक वाहन भत्ता बढ़ाकर पांच हजार रुपये करने की भी मांग की है।
इस अवसर पर सरपंच एसोसिएशन प्रधान आत्मा राम, अमनदीप दंदीवाला प्रधान रानियां ब्लाक, अनिरुद्ध प्रधान चौपटा ब्लाक, बाबूलाल गेदर उप प्रधान सिरसा, बलजीत ¨सह प्रधान बड़ागुढ़ा ब्लाक, प्रहलाद ¨सह प्रधान डबवाली ब्लाक, बूटा ¨सह ब्लाक प्रधान ऐलनाबाद, नसीब बराड़ सरपंच, रोहताश सरपंच ¨धगतानिया, महेंद्र ¨सह मताना ग्राम सचिव एसोसिएशन प्रधान, उप प्रधान धर्मपाल, भूप ¨सह, अज्यंत गोदारा, नरेश मेहता सरपंच, राकेश, सुनील सहित अनेक सरपंच व ग्राम सचिव मौजूद रहे।