आस्था के नाम पर फंसाकर 64 लाख रुपये की ठगी
आरोपित परिवार सहित फरार जागरण संवाददाता, सिरसा: करियाणा दुकानदार के साथ आस्था क
आरोपित परिवार सहित फरार
जागरण संवाददाता, सिरसा:
करियाणा दुकानदार के साथ आस्था के नाम पर ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। परिवार के साथ ठगी का आधार झांसे में लेने और विश्वास दिलाया कि उसका गुरु उनकी मदद करेगा। सिरसा का होने के नाते ही दोनों के बीच मेलजोल बढ़ा और इसके बाद चाचा भतीजे के साथ 57 लाख रुपये की ठगी हो गई। चाचा भतीजे से ठगी के मामले में पुलिस ने राजन जांगड़ा, उसकी पत्नी, बेटा व बेटी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
शिकायतकर्ता सन्नी वधवा ने बताया कि वह सदर बाजार में करियाणा की दुकान चलाते हैं। वह व उसका पूरा परिवार भगवान शिव में अटूट विश्वास रखता है। उसने बताया कि मई 2017 में परिवार सहित नीलकंठ गये हुए थे। वहां उनकी मुलाकात राजन उर्फ विपिन जांगड़ा से हुई। उस दौरान वे परेशान थे क्योंकि किरायेदार के बाबत उनका केस चल रहा था। वहां उन्हें राजन मिला और उसने बताया कि माधो¨सघाना में उसके गुरु रहते हैं। जो पहुंचे हुए संत है। उसने एक सोशल साइट भी दिखाई जिसमें उसने खुद को एक कंपनी का एमडी होने का झांसा दिया। उसने जजों के साथ भी अपने अच्छे संबंध बताए। इसी झांसे में आकर जून 2018 से लेकर जनवरी 2019 तक उससे व उसके पिता से 30 लाख रुपये ऐंठ लिए गये। चाचा ने भी फंसाए 34 लाख
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब मांगने के बाद पैसे नहीं मिले तो अपने चाचा से इस मुद्दे पर बात की। चाचा ने तब बताया कि वह भी 34 लाख रुपये राजन को दे चुका है। सन्नी ने बताया कि आरोपित उससे दस तोले ज्वेलरी भी ले चुका है। चाचा ने उसके सामने बताया कि 34 लाख रुपये की राशि पूर्व में ही दे चुका है। किसी को कुछ भी बताने पर गुरु जी के नाराज होने का हवाला देता रहा। चाचा ने बताया उसके साथ ठगी तिरुपति ग्रुप बेंगलौर की शाखा दिल्ली में देने के नाम पर हुई है।