Move to Jagran APP

रोडवेज कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल आज से, आमजन को हो सकत है परेशानी

जागरण संवाददाता, सिरसा : रोडवेज बेडे में 720 निजी बसों को शामिल किए जाने के विरोध में ह

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 05:14 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 05:14 PM (IST)
रोडवेज कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल आज से, आमजन को हो सकत है परेशानी
रोडवेज कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल आज से, आमजन को हो सकत है परेशानी

जागरण संवाददाता, सिरसा : रोडवेज बेडे में 720 निजी बसों को शामिल किए जाने के विरोध में हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के आह्वान पर मंगलवार से प्रदेशभर में रोडवेज कर्मचारियों की दो दिनों की हड़ताल है। रोडवेज कर्मचारियों का दावा है कि हड़ताल के दौरान प्रदेश भर में रोडवेज बसों का चक्का जाम रहेगा और कोई भी रोडवेज बस नहीं चलेगी। अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो कमेटी हड़ताल को अनिश्चतकालीन भी कर सकती है। उधर दूसरी तरफ रोडवेज जीएम का कहना है कि प्रशासन के सहयोग से जिस प्रकार से 5 सितंबर की हड़ताल को विफल किया गया था, उसी भांति इस बार भी हड़ताल को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। दो दिनों की हड़ताल के चलते रोडवेज से यात्रा करने वालों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है, इसलिए यात्रा पर निकलने से बस सेवा के बारे में पूरी जानकारी लेकर ही यात्रा करें।

loksabha election banner

जनता के हित के लिए कर रहे हैं हड़ताल : किरमारा

हड़ताल को लेकर हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी का जीप जत्था सिरसा पहुंचा। इस जत्थे में राज्य कर्मचारी यूनियन प्रधान दलबीर किरमारा, सरबत ¨सह पूनिया, रमेश सैनी ने सरकार की हठधर्मिता और जनता के हित को दांव पर रखकर 720 निजी बसें किलोमीटर स्कीम पर लाकर विभाग का निजीकरण करने पर तुली हुई है। राज्य प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री 720 बसों को हायर करने पर अडिग है और कह रहे है कि कर्मचारियों की सभी मांगें मानने को तैयार है, लेकिन प्राइवेट पॉलिसी लागू करके रहेंगे। लेकिन कर्मचारी जनता को यह बताना चाहते है कि यह हड़ताल उनकी निजी मांगों को लेकर नहीं है और न ही वेतन बढ़ाने को लेकर है। यह हड़ताल विभाग को बचाने, विभाग में दस हजार बसें शामिल करने के समर्थन में तथा एस्मा जैसा काला कानून लगाए जाने के विरोध में है। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण कर पूंजीपतियों व अपने चेहतों को लाभ पहुंचाना चाहती है। हड़ताल को लेकर छात्र संगठन का भी समर्थन मिल रहा है। इस अवसर पर सिरसा डिपू के कर्मचारियों ने आश्वासन दिया कि वे हड़ताल में पूरा सहयोग करेंगे। इस अवसर पर रंजीत बाजवा, सुरजीत अरोड़ा, रामकुमार चुरणिया, चंचल बिश्नोई, मदन खोथ, रामानंद, भीम ¨सह चक्का, चमन लाल स्वामी, चंद्रशेखर धम्मी सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित थे। सरकार व प्रशासन के सहयोग से हड़तालियों से निपटेंगे, नहीं कामयाब होने देंगे हड़ताल : कौशल

सिरसा रोडवेज महाप्रबंधक खूब राम कौशल ने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से पूरी तैयारियां कर ली गई है। 5 सितंबर की भांति इस बार भी कर्मचारियों की हड़ताल को असफल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके पास 2018 के चालक है, जिनको नोटिस दिया गया है कि वे हड़ताल में शामिल न हों अन्यथा बिना किसी नोटिस के उन्हें नौकरी से टर्मिनेट किया जा सकता है। इसी तरह वर्ष 2016 में भर्ती हुए चालकों परिचालकों को भी मोटिवेट किया गया है। हमारा प्रयास रहेगा कि सिरसा बेडे से रोडवेज की सभी 179 बसें स्मूथ रूप से चलें। यात्रा से पहले लें बस सेवा के बारे में जानकारी

रोडवेज कर्मचारियों की दो दिनों की प्रस्तावित हड़ताल से बसों में यात्रा करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यात्रा पर निकलने से पहले उस रूट की बस सेवा के बारे में जानकारी अवश्य ले लें। रोडवेज बसें प्रदेश की जीवन रेखा है, हड़ताल से लाखों लोग प्रभावित होंगे, जो इनमें द्वारा यात्रा करते है। रोडवेज बसों से छात्र, कर्मचारी व लाखों लोग नियमित यात्रा करते है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.