सीएम दरबार पहुंची किसानों की आवाज, वार्ता के लिए चंडीगढ़ बुलाया
संवाद सहयोगी, डबवाली : राजस्थान कैनाल की रि लाइ¨नग के विरोध में डटे किसानों की आवाज सीएम
संवाद सहयोगी, डबवाली : राजस्थान कैनाल की रि लाइ¨नग के विरोध में डटे किसानों की आवाज सीएम हाऊस तक पहुंच गई है। बुधवार को धरने के आठवें दिन सीएम मनोहर लाल ने किसानों को वार्ता के लिए चंडीगढ़ बुला लिया। भाजपा नेता दिग्विजय ¨सह चौटाला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता केवी ¨सह की अगुवाई में किसान चंडीगढ़ के लिए कूच कर गए। लेकिन किसानों का धरना जारी रहा। क्रमिक अनशन के दूसरे दिन आदित्य चौटाला, मनदीप, देसराज कंबोज, मिट्ठू कंबोज, डॉ. आत्मा राम, विनोद, श्योदत पूनियां, अर¨वद, प्रवीण, बलवीर जखड़, मोहन गोदारा अनशन पर बैठे। इससे पहले आदित्य चौटाला ने शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा को कॉल करके सरकारी जमीन पर कब्जे के बारे में शिकायत दर्ज करवाई तो फोरी कार्रवाई करते हुए शिक्षा मंत्री ने डीईओ यज्ञदत्त वर्मा को मौका पर भेजा। डीईओ ने सरकारी स्कूल की जमीन पर निर्माण सामग्री के प्लांट देखने के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के जरिए शिक्षा मंत्री तक पहुचाई। सीएम के सामने रखेंगे दो बातें
किसानों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता केवी ¨सह ने बताया कि नहर को वर्तमान डिजाइन के मुताबिक बनाने की मांग की जाएगी। अगर सीएम राजी नहीं हुए तो राजस्थान कैनाल से तीन-चार आऊटलेट की मांग की जाएगी। ताकि कालुआना, बचेर, नीमला माइनर की तरह आऊटलेट निकाले जा सकें। केवी ¨सह के अनुसार नहर की क्षमता 18 हजार 500 क्यूसिक है। पहले से निकले तीन आऊटलेट महज 100 क्यूसिक पानी प्रयोग करते हैं। अगर तीन-चार ओर निकल जाएंगे तो कोई खास असर नहीं पड़ेगा। फिर चाहे नहर बने हमें आपत्ति नहीं
इधर आदित्य देवीलाल के अनुसार राजस्थान नहर में हरियाणा के हिस्से का शेयर 147 क्यूसिक है। जिसमें से हम महज 106 क्यूसिक दिया जा रहा है। अगर नए आऊटलेट बन जाए तो 41 क्यूसिक पानी हमें हमारे हिस्से का मिल जाएगा। फिर अगर किसी भी डिजाइन से नहर बने, हमें आपत्ति नहीं। चूंकि अगर आरसीसी बन गई तो भू-जल बहुत नीचे चला जाएगा। हमारे किसान बर्बाद हो जाएंगे।