संकट की घड़ी में वेतन के साथ खाना भी उपलब्ध करवाया
कोविड 19 के चलते लॉकडाउन में लोगों को रोजगार की भी दिक्कतें
महेंद्र सिंह मेहरा, सिरसा: कोविड 19 के चलते लॉकडाउन में लोगों को रोजगार की भी दिक्कतें नहीं आने दी। इसी के साथ खुद के घाटा होने पर भी श्रमिकों को खाना उपलब्ध करवाने का कार्य किया गया। जिससे दूसरे प्रदेशों को श्रमिकों को कोविड 19 में कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ी। ऐसा सराहनीय कार्य करते रहे दिल्ली पुल स्थित औद्योगिक क्षेत्र निवासी स्वामी डेयरी के संचालक सुरेंद्र नागपाल। उन्होंने 15 श्रेमिकों को डेयरी के अंदर ही खाने पीने की व्यवस्था लॉकडाउन में की।
---- आमदनी हुई बंद
सुरेंद्र नागपाल ने बताया कि डेयरी में पहले करीब 5 हजार लीटर दूध की खपत थी। डेयरी में पनीर, दही, आइसक्रीम व दूध की पैकिग की जाती थी। कोरोना संक्रमण को लेकर जैसे ही लॉकडाउन लगा। मार्केट में पनीर, दही व आइसक्रीम की खपत नहीं रही। जिससे डेयरी में केवल दूध की ही पैकिग करते थे। दूध की भी 1500 लीटर खपत रह गई। इससे डेयरी घाटे में चलने लगी। मेरे पास 7 बिहार व 8 सिरसा के श्रमिक थे। उस समय भी मैंने उनको वेतन देना जारी रखा। इसी के साथ खाने की भी व्यवस्था करवाई गई।
---- ये भी सेवा का मौका मिला
मैंने सोचा लॉकडाउन में श्रमिक का काम चला गया तो क्या करेंगे। क्योंकि श्रमिकों का वेतन से ही घर गुजरा होता था। मैंने इस संकट की घड़ी में श्रमिकों को अपना परिवार ही माना। इसी को लेकर उनका वेतन भी जारी रखा। वहीं श्रमिकों को खाना भी उपलब्ध करवाया। मुझे ऐसा कर बहुत खुशी मिली।
सुरेंद्र नागपाल, संचालक, स्वामी डेयरी, सिरसा