तीन दिन के सामूहिक अवकाश के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए फार्मासिस्ट
जागरण संवाददाता सिरसा प्रदेश यूनियन के आह्वान पर फार्मासिस्ट ने तीन दिनों के सामूहिक अवक
जागरण संवाददाता, सिरसा : प्रदेश यूनियन के आह्वान पर फार्मासिस्ट ने तीन दिनों के सामूहिक अवकाश के बाद बृहस्पतिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। बृहस्पतिवार को कर्मचारियों ने नागरिक अस्पताल के पार्क में टेंट लगाकर धरना दिया। धरने के दौरान कांग्रेसी नेता होशियारी लाल शर्मा व सर्व कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारी नेताओं ने मौके पर पहुंच कर हड़ताल का समर्थन किया। फार्मासिस्ट की हड़ताल के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डिस्पेंसरी के समक्ष चार लाइनों में एक साथ सैकड़ों मरीज दवा लेने के लिए खड़े रहते है जबकि दवा देने वाले मात्र तीन ही कर्मचारी है।
---हड़ताली फार्मासिस्ट बोले, जब तक नहीं मानी जाएगी मांगे जारी रहेगा आंदोलन बृहस्पतिवार को फार्मासिस्ट यूनियन से जुड़े सदस्य हड़ताल पर रहे। यूनियन के सचिव प्रदीप कुमार ने कहा कि बृहस्पतिवार को भी यूनियन नेताओं को बैठक के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि हड़ताल के चलते अस्पतालों में दवाइयां खत्म होने को है। अनट्रेंड स्टॉफ दवाइयां बांट रहा है जिससे जिससे कभी भी हादसा हो सकता है।उन्होंने बताया कि इसको लेकर यूनियन के प्रधान राम किशन कंबोज के नेतृत्व में जिला औषधि नियंत्रक को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने सरकारी संस्थाओं में दवाइयां वितरित कर रहे स्टॉफ जो रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट नहीं है, पर ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए ---दो- तीन घंटे लाइनों में खड़े रहने के बाद भी नहीं मिल रही दवाइयां नागरिक अस्पताल में डिस्पेंसरी पर चौथे दिन भी मरीजों की लंबे लाइनें लगी रही। महिला व पुरूषों के लिए चार लाइनें लगाई जाती है परंतु दवाइयां देने वाले स्टॉफ में महज तीन कर्मचारी है। जिसके चलते मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। रानियां गेट निवासी अंजू ने बताया कि वह अपने बच्चे की दवा लेने आई थी। घंटों लाइन में लगी रही। गर्मी से बुरा हाल है। लाइन में लगने वालों को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। गांव बेगू निवासी केहर सिंह, रानियां निवासी भूपेंद्र, जमाल निवासी राम कुमार ने बताया कि घंटों लाइन में लगे रहने के बाद खड़े रहना भी मुश्किल हो गया है। लाइन में लगी महिलाओं ने बताया कि उनके साथ छोटे बच्चे है। अनेक वृद्ध महिलाएं भी दवा लेने के लिए लाइन में खड़ी थी।