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बिजली बैकअप कम आने के कारण जनरेटर सेट से हुआ आक्सीजन प्लांट का ट्रायल, आक्सीजन की शुद्धता का लेवल 93

नागरिक अस्पताल में लगाए गए आक्सीजन प्लांट का सोमवार रात को ट्रायल

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 10:45 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 10:45 PM (IST)
बिजली बैकअप कम आने के कारण जनरेटर सेट से हुआ आक्सीजन प्लांट का ट्रायल, आक्सीजन की शुद्धता का लेवल 93
बिजली बैकअप कम आने के कारण जनरेटर सेट से हुआ आक्सीजन प्लांट का ट्रायल, आक्सीजन की शुद्धता का लेवल 93

जागरण संवाददाता, सिरसा :

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नागरिक अस्पताल में लगाए गए आक्सीजन प्लांट का सोमवार रात को ट्रायल हुआ। स्टेबल 415 वाट बिजली न मिलने के कारण प्लांट को जनरेटर सेट पर चलाया गया। एक घंटे में जनरेटर सेट में अनुमानित 30 लीटर तेल लग गया। दो घंटे तक ट्रायल के दौरान प्लांट में आक्सीजन की शुद्धता का लेवल 93 से ऊपर रहा। आक्सीजन प्लांट का ट्रायल लेने आए पावर नोमेटिक्स चंडीगढ़ से विशेषज्ञ प्रवीण, इंजीनियर नवीन ने बताया कि आक्सीजन की प्योरिटी का स्तर 90 से ऊपर होना चाहिए। अभी आक्सीजन प्लांट का लगातार ट्रायल लिया जाएगा। पावर बैकअप पूरा न मिलने के कारण इसे जनरेटर सेट पर चलाया गया है। अस्पताल में बिजली आपूर्ति के लिए लगाया गया ट्रांसफार्मर कम क्षमता का है, जिस कारण लगातार पूरा बैकअप नहीं मिल पाया। अस्पताल प्रशासन को बड़ा ट्रांसफार्मर लगाने के लिए कहा है।

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विशेषज्ञ प्रवीण कुमार ने बताया कि आक्सीजन प्लांट में ड्रायर का इश्यू था, जिसे ठीक कर दिया गया है। प्लांट में 10 हजार लीटर तक आक्सीजन को स्टोर करने की भी क्षमता है। यह प्लांट 960 लीटर आक्सीजन प्रति मिनट बना सकता है तथा इसे लगातार 24 घंटे चलाया जा सकता है। वातावरण से हवा लेकर उसे यह आक्सीजन में बदलेगा। इसमें तीन अलग अलग चैंबर है, एक में हवा में से नमी अलग करके रिजनरेट किया जाएगा। इसके बाद शुद्ध आक्सीजन दूसरे चैंबर में जाएगी। एक चैंबर में आक्सीजन को स्टोर भी किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट को चलाने के लिए 415 वाट स्टेबल लाइट चाहिए जबकि अस्पताल में 380 वाट आ रही है तथा उससे भी डाउन चली जाती है। ऐसे में शुरूआत में जनरेटर सेट से इसका ट्रायल लिया गया है। प्लांट के लिए अलग से जनरेटर सेट लगाया गया है।

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नागरिक अस्पताल में आक्सीजन की आपूर्ति के लिए सभी बेड्स तक आक्सीजन सप्लाई पाइप लाइन बिछा दी गई है। आक्सीजन प्लांट के सुचारू तरीके से शुरू होने के बाद आक्सीजन सिलेंडरों पर निर्भरता कम हो जाएगी। कोविड की संभावित तीसरी लहर के खतरे से निपटने में यह प्लांट कारगर साबित होगा।

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नागरिक अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का ट्रायल लिया गया है। फिलहाल इसे जनरेटर सेट पर चलाया गया है। अस्पताल को हाट लाइन से जोड़ने के टेंडर हो चुके हैं। इस प्रक्रिया में अस्पताल में एक हजार केवीए क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा, इसके बाद आक्सीजन प्लांट को बिजली से भी चलाया जा सकेगा।

- डा. संदीप गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक, नागरिक अस्पताल सिरसा।


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