पराली न जलाने को लेकर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित
जागरण संवाददाता, सिरसा: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जिला के विभिन्न गांवों में धान क
जागरण संवाददाता, सिरसा:
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जिला के विभिन्न गांवों में धान की पराली न जलाने बारे किसानों को जागरुक करने के लिए किसान प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया।
कृषि उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने बताया कि किसानों को जागरूक करने के लिए गांव उमेदपुरा, कमाल, दौलतपुर खेड़ा, फतेहपुरियां, पनिहारी, रंधावा, तारूआना, मलिकपुरा, गंगा व जंडवाला बिश्नोईयां में कार्यक्रम आयोजित किए गये। किसानों को धान की पराली जलाने पर होने वाले नुकसान तथा पराली न जलाने पर होने वाले फायदे के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी दी गई। कृषि विभाग द्वारा धान वाले गांवों में 15 अक्टूबर तक सभी गांव में किसान जागरूकता शिविर आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि कोई भी किसान अपने खेत में धान की पराली न जलाकर उसका उचित प्रबंधन विभाग द्वारा बताए गए विभिन्न तरीकों से खेत की मिट्टी में मिलाकर खाद के रूप में प्रयोग करे। उन्होंने कहा कि मिट्टी की उपजाऊ शक्ति अच्छी बनी रहे और फसल उत्पादन लागत में कमी आ सके। फसल उत्पादन लागत में कमी आने पर किसानों की आय बढ़ेगी। उपनिदेशक ने बताया कि फसल अवशेष जलाना भारतीय दंड संहिता की धारा 188 सपठित वायु एवं प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम 1981 के तहत दंडनीय अपराध भी है।