सीडीएलयू में बंद करवाया नॉन टी¨चग एसोसिएशन का कार्यालय
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय स्थित मल्टीपर्पज हॉल में बने नॉन टी¨चग एसोसि
जागरण संवाददाता, सिरसा:
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय स्थित मल्टीपर्पज हॉल में बने नॉन टी¨चग एसोसिएशन के अस्थाई कार्यालय को बंद करवा दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बिना अनुमति के चुनाव करवाकर एसोसिएशन के गठन पर आपूर्ति जताई है। जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन 17 मार्च 2018 से एसोसिएशन को रद कर जा चुका है। विवि प्रशासन अनुसार ट्रेड यूनियन नहीं है बल्कि वेलफेयर एसोसिएशन है जो हड़ताल जैसी कार्यवाही नहीं कर सकती है। यूनियन का रजिस्ट्रेशन सामाजिक कार्य के लिए किया गया।
गौरतलब है कि नॉन टी¨चग एसोसिएशन के 5 नवंबर को चुनाव करवाए गये। एसोसिएशन के चुनाव में महेंद्र ¨सह बैनीवाल प्रधान चुने गये हैं। वहीं र¨वद्र ¨सह उपप्रधान, सुरेंद्र ¨सह सचिव व कोषाध्यक्ष भारत भूषण को चुना गया था। कार्यालय में नहीं कर सकेंगे बैठक
विश्वविद्यालय प्रशासन ने नॉन टी¨चग एसोसिएशन कार्यालय को ताला लगाने के आदेश दिए है। अब कर्मचारी यहां पर किसी भी प्रकार की बैठक नहीं कर सकेंगे। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने एसोसिएशन की मान्यता नहीं होने का हवाला दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फर्म एंड सोसाइटी के सहायक रजिस्ट्रार को पत्र लिखाकर भी विश्वविद्यालय के पते पर बिना अनुमति के यूनियन का पंजीकरण करने के बारे में पूछा गया। कुलपति ने मान्यता रद करने की दी जानकारी
विश्वविद्यालय में मार्च माह के अंदर मांगों को लेकर एसोसिएशन ने धरना प्रदर्शन शुरू किया था। जिससे विश्वविद्यालय के कार्य प्रभावित होने लगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने 17 मार्च को नॉन टी¨चग एसोसिएशन की मान्यता रद्द कर दी थी। जिसको लेकर कुलपति ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को भी जानकारी दी थी। कुलपति ने प्रेसवार्ता में कहा था कि सामाजिक कार्य के लिए ही यूनियन कार्य कर सकती है। जबकि विश्वविद्यालय में यूनियन धरना प्रदर्शन कर रही है। ::::विश्वविद्यालय में नॉन टी¨चग एसोसिएशन की मान्यता रद्द की जा चुकी है। इसके बाद भी फिर से गठन कर लिया है। इसके लिए किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली गई। इसकी जानकारी मिलने पर एसोसिएशन ने जिस स्थान पर कार्यालय बना रखा था। उसको बंद करवाने के लिए निर्देश जारी किए गये हैं। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्र लिख दिया है। एसोसिएशन का कार्य सामाजिक कार्य करना है। जबकि एसोसिएशन द्वारा बिना किसी वजह धरने प्रदर्शन किए जाते हैं। इससे जहां छात्रों के कार्य प्रभावित होते हैं। वहीं छात्रों की पढ़ाई बाधित होती है।
प्रो. विजय कायत, कुलपति, सीडीएलयू