एनएचएम कर्मचारियों ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, सिरसा: एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत
जागरण संवाददाता, सिरसा: एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। पहले दिन कर्मचारियों ने हड़ताल की। संगठन के जिला प्रधान कुंदन गावड़िया ने कहा कि वे पिछले एक वर्ष से अधिकारियों से बात कर रहे हैं परन्तु अधिकारियों के कर्मचारी विरोधी रवैये से किसी भी मांग पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हो रही है। गत वर्ष मई 2018 को संघ के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा अतिरिक्त मुख्यसचिव स्वास्थ्य के साथ बैठक की गई। इस दौरान अतिरिक्त मुख्यसचिव के द्वारा मिशन निदेशक एनएचएम को लिखित में पत्राचार करते हुए कहा कि आगामी दो माह के अन्दर कर्मचारियों की सभी मांगों को पूरा करने को कहा गया। इस बैठक में कर्मचारियों के सेवा नियम में संशोधन, 7वें वेतनमान की सिफारिशें लागू करना, स्थाई सेवा सुरक्षा प्रदान करना संबंधित अन्य मांगों पर विचार किया गया था।
उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारी पिछले 20 सालों से लगातार अपनी सेवा स्वास्थ्य विभाग में जनहित को प्रदान कर रहे है। जिसके कारण लगभग कर्मचारी ओवर एज हो गए हैं। जिससे वे किसी अन्य नौकरी को भी अप्लाई करने में असक्षम है। भारत सरकार द्वारा किए गए पत्राचार पर नजर डालें तो वर्ष 2012-13 में हरियाणा सरकार को निर्देश दिए गए थे कि सरकार एनएचएम के तहत सभी पदों को नियमित आधार पर स्वीकृत करें व वर्ष 2013-14 में जारी की गई पीआइपी हरियाणा जिसे भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था। उसमें भी साफ तौर पर लिखा गया है कि सरकार एनआरएचएम के तहत सभी कर्मचारियों को राज्य बजट में समावेश करें। परन्तु अधिकारियों द्वारा हर पत्र को दबा दिया जाता है। हड़ताल के पहले दिन कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पं. होशियारी लाल शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए एनएचएम कर्मचारियों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की ये मांग पिछले काफी समय से लंबित है। परन्तु सरकार सुधबुध नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांग को कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा एवं सरकार आते ही पहल कलम से इनको पक्का किया जाएगा। इस दौरान डा. अतुल गिजवानी, अंशु मुंजाल, कमल कक्कड़, अनिल मलिक, सुरेन्द्र बैनीवाल, कविन्द्र अरोड़ा, डा. राजप्रीत बराड़ व समस्त महिला कर्मचारी व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।