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भतीजी पलक को कुल्फी दिला गली में अकेला छोड़ गई मंजू

मंजू घर में बनी मनियारी की दुकान पर बैठकर भतीजी पलक (4) के साथ ख

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 May 2019 10:28 PM (IST)Updated: Fri, 03 May 2019 10:28 PM (IST)
भतीजी पलक को कुल्फी दिला गली में अकेला छोड़ गई मंजू
भतीजी पलक को कुल्फी दिला गली में अकेला छोड़ गई मंजू

संवाद सहयोगी, डबवाली:

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मंजू घर में बनी मनियारी की दुकान पर बैठकर भतीजी पलक (4) के साथ खेल रही थी। पता नहीं क्या हुआ भतीजी को पांच रुपये की कुल्फी दिलाई, पांच रुपये उसके हाथ में रख दिए। दुकान के आगे उसे अकेला छोड़कर खुद चल दी। वह राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पहुंची। यहां दूसरी कक्षा में पढ़ रही बेटी कोमल (5) के पास गई। बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षक को बताया कि उसे वर्दी दिलानी है। बैग किसी बच्चे के हाथ घर भेज देना। मार्केट से वापस लौटते समय अगर छुट्टी नहीं हुई तो वह खुद बैग ले जाएगी। बेटी को साथ लेकर वह सीधा नेशनल पब्लिक स्कूल पहुंची। वहां तीसरी कक्षा में पढ़ रहे बेटे क्रिश (8) को साथ चलने के लिए कहा। स्टाफ को बताया कि उन्हें कहीं बाहर जाना है। दोनों बच्चों को साथ लेकर निजी स्कूल से चली गई। इधर छुट्टी के बाद सहपाठी बाबू कोमल का बैग लेकर घर पहुंचा तो पता चला कि वह वापस नहीं लौटी है। महिलाओं को रोता-बिलखता देखा तो उसके हाथ से बैग छूटकर जमीन पर गिर गया।

घर पर मौजूद मंजू की सास विद्या देवी ने बताया कि सारा परिवार मजदूरी करने गया हुआ था। उसकी सबसे छोटी पौत्री पलक को मंजू के पास छोड़ गए थे। परिवार में कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। ऐसी विपदा आन पड़ेगी, इसका तो रति भर अंदाजा नहीं था। घर पर मौजूद शारदा ने बताया कि उनका स्वयं सहायता समूह बनाया हुआ है। मंजू भी उसमें शामिल थी। करीब एक साल पहले 25 हजार रुपये का लोन उठाया था जिससे मनियारी की दुकान खोली। उसे पैसों की ज्यादा जरुरत थी इसलिए वह 60 हजार रुपये लोन लेना चाहती थी। 30 हजार लोन लेने के लिए तो आवेदन कर रखा था। शायद वह पैसों से सामान खरीदकर दुकानदारी बढ़ाना चाहती थी।

घर के सामने रहने वाली बिरमा देवी ने बताया कि पलक को कुल्फी दिलाकर वह चली गई। दुकान का शटर थोड़ा ऊंचा उठा था। कुल्फी खाते-खाते बच्ची उसके पास आ गई जबकि मंजू चली गई। सब कह रहे हैं कि वह बेटा-बेटी के साथ नहर में कूद गई है। इतना खौफनाक कदम क्यों उठाया, यह समझ से परे है।

बच्चे बोले-कबड्डी खेल रहा था क्रिश

नेशनल पब्लिक स्कूल तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला के काफी बच्चे घर के आगे जमा थे। कुछ बच्चों ने बताया कि कल तो क्रिश उनके साथ कबड्डी खेल रहा था। एक बच्चे ने बताया कि मैंने मोबाइल पर उसकी फोटो खींची थी, तो दूसरा बोला-उसका क्या कसूर था, जो उसे नहर में फेंक दिया। बच्चे का शव राजस्थान नहर में मिला है। मां-बेटी की तलाश की जा रही है। बच्चे को फेंकने की वजह क्या रही, इसका पता नहीं चल पाया है। ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। मंजू गांव छानीबाड़ी (भादरा) की रहने वाली है। उसके परिजनों के डबवाली पहुंचने के बाद जानकारी जुटाई जाएगी। क्रिश के शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में बने शवगृह में रखा गया है।

-राजेंद्र कुमार, प्रभारी, सदर थाना डबवाली

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