बॉर्डर क्रॉस कर सिरसा में न आए टिड्डी दल, कृषि विभाग को एक्शन प्लान के निर्देश
राजस्थान के चुरू में टिड्डी दल के हमले की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने तीसरी बार अधिक
राजस्थान के चुरू में टिड्डी दल के हमले की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने तीसरी बार अधिकारियों की बैठक बुलाई। इस बार बैठक का एजेंडा दवाई उपलब्ध करवाने और एक्शन प्लान पर चर्चा करने का था। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि टिड्डी दल एक दिन में 200 किमी का सफर कर सकता है। इसे दूर नहीं मान सकते। एक्शन प्लान तैयार कर उस पर चर्चा हो। रात को जहां टिड्डी दल बैठे सुबह वहां से उठना नहीं चाहिए बल्कि उसी रात को उसे खत्म करना है और इसके लिए पर्याप्त मात्रा में दवाई का स्टॉक उपलब्ध होगा।
कृषि उप निदेशक ने बताया कि सिरसा में इस वक्त 1600 लीटर दवाई उपलब्ध है। 400 लीटर पानी में एक लीटर दवा की आवश्यकता होगी। गांव-गांव से ट्रैक्टर संचालित स्प्रे पंप की सूची तैयार कर ली गई है। टिड्डी दल को घेरने के लिए पांच किमी का एरिया कवर करना होगा। रात को टिड्डी दल पेड़ इत्यादि पर बैठेगा। जहां रुकने की संभावना होगी वहां रात पर पेड़ों पर स्प्रे करेंगे। सुबह तक ज्यादातर टिड्डी मर जाएंगी। उप निदेशक ने बैठक में यह भी बताया कि दवाई की आवश्यकता अधिक पड़ सकती है। फायरब्रिगेड की मिलेगी मदद
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि टिड्डी दल का हमला सिरसा में हुआ तो इसके लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। 15 हजार लीटर दवाई का स्टॉक अतिरिक्त मंगवाया गया है। विभाग के पास 1600 लीटर दवाई है। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल सिरसा पहुंचता है तो दवाई छिड़कने के लिए कृषि विभाग को ट्रैक्टर संचालित स्प्रे पंपों के अलावा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दी जाएंगी। विभागों के बीच तालमेल रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। पटाखे छोड़े या ढोल बजाएं, टिड्डी दल को बैठने न दें
बैठक में बाद उप निदेशक ने बताया कि किसानों से भी कहा जा रहा है कि टिड्डी दल की सूचना कुछ घंटे पहले उपलब्ध करवा दी जाएगी। यदि हवा का रुख राजस्थान से सिरसा की ओर हुआ तो टिड्डी दल के आने की संभावना बढ़ेगी। यदि टिड्डी दल सिरसा की ओर आता है तो किसानों के साथ फील्ड में अधिकारी भी रहेंगे। ढोल, खाली पीपे, थाली बजाने के साथ ही पटाखे भी छोड़ सकते हैं ताकि टिड्डी दल ऊंचाई पर उड़ता रहे और यहां न उतर पाए।