8 साल से बंद पड़ा किन्नू प्लांट, आज कृषि मंत्री मांगेआना में करेंगे शुभारंभ
संवाद सहयोगी डबवाली गांव मांगेआना में इंडो इजरायल प्रॉजेक्ट के तहत बने फल उत्कृष्टता कें
संवाद सहयोगी, डबवाली : गांव मांगेआना में इंडो इजरायल प्रॉजेक्ट के तहत बने फल उत्कृष्टता केंद्र में 57.29 लाख रुपये की लागत से किन्नू वेक्सिग, ग्रेडिग एवं पैकेजिग प्लांट शुरू होगा। कुरुक्षेत्र की एक कंपनी ने मशीनरी निर्मित कर स्थापित कर दी है। प्लांट में किसानों को सोलर, कोल्ड स्टोर आदि की सुविधा मिलेगी। प्लांट की क्षमता एक एमटी प्रति घंटा है। केंद्र में चल रहे तीसरे फ्रूट एक्सपो में सोमवार को कृषि मंत्री जेपी दलाल पहुंचेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्लांट का शुभारंभ उनसे करवाया जाएगा। रविवार को एचएयू के वीसी प्रो. समर सिंह, उद्यान विभाग हरियाणा के डीजी अर्जुन सिंह सैनी ने प्लांट का निरीक्षण किया। इधर, 9 करोड़ का किन्नू प्लांट खराब हो गया, किसी ने ठीक करवाने की पहल नहीं की
बेशक मांगेआना नर्सरी में 57 लाख रुपये की लागत से नया प्लांट स्थापित किया जा रहा हो। वर्ष 2008 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत तत्कालीन केंद्र तथा राज्य सरकार ने अबूबशहर गांव में सोलह एकड़ जमीन पर 9 करोड़ रुपये खर्च करके फ्रांस की तकनीकी वाला किन्नू प्लांट स्थापित किया था। वर्ष 2008-10 तक करीब चौदह हजार टन किन्नू की वैक्सिन और ग्रेडिग की गई थी। इसके बाद मार्केटिग बोर्ड ने इसे ठेके पर दे दिया था। 2010 से 12 तक ठेकेदार ने दो हजार टन किन्नू की ग्रेडिग की थी। मशीन खराब होने पर घाटे के डर से ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया था। तब से यह प्लांट बंद पड़ा है। बताया जाता है कि फ्रांसिसी तकनीक वाले प्लांट में ऑप्टिकल कैमरे वाला हिस्सा बंद है। इस हिस्से से ही पता चलता था कि किन्नू मीठा है या खट्टा। स्वाद का पता न चलने के कारण यह प्लांट ठप है। फ्रांस के इंजीनियर तकनीकी समस्या को दूर करने के लिए मोटी रकम मांग रहे हैं। हालांकि वर्ष 2014 में अबोहर के एक कारीगर ने उपरोक्त हिस्से को बंद करके देसी जुगाड़ से मशीन के शेष हिस्से को चालू कर दिया था।