टीबी भगाने के लिए प्रोत्साहन राशि का सहारा
जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष मुहिम शुरू
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष मुहिम शुरू की गई है। विभाग द्वारा टीबी रोगियों, उनकी पहचान करवाने में सहयोग करने वालों व दवाई में सहयोग करने वालों को भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। रोगियों के लिए निक्षय योजना के तहत हर महीने 500 रुपये सीधे उनके बैंक खातों में जमा करवाए जाते हैं। इस योजना के तहत जिले में 63 लाख 5500 रुपये की राशि सीधे मरीजों के खाते में जमा करवाई जा चुकी है। निक्षय योजना में सभी मरीजों के रिकार्ड को पोर्टल पर अपडेट किया हुआ है। जिले में वर्तमान में 2143 मरीजों में से 1836 मरीजों के खाते अपडेट हैं, जोकि करीब 86 फीसद है। ----------- जनवरी से सितंबर महीने तक 2086 मरीजों की पहचान हो पाई है जबकि लक्ष्य 3970 था। विभाग ने करीब 52 फीसद लक्ष्य हासिल किया है। इन मरीजों में से 1379 सरकारी तथा 707 मरीज निजी अस्पतालों में मिले हैं। वर्ष 2019 में जिले में 2608 मरीज मिले थे और लक्ष्य करीब 76 फीसद हासिल हो गया था। --------- स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी रोगी की पहचान में सहयोग करने वाले लोगों को भी पांच सौ रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाते हैं। मरीज की सूचना देने के उपरांत जांच में उसके टीबी रोग होने की पुष्टि हो जाती है तो विभाग सूचना देने वाले के खाते में राशि डाल देता है। इस योजना के तहत जिले में 62500 रुपये की राशि दी गई है।। योजना के तहत कोई भी सामाजिक संस्थान अथवा व्यक्ति रोगी को नियमित रूप से दवा देने में सहयोगी बनती है तो उसे यह राशि ट्रांसफर कर दी जाती है। -------- निजी चिकित्सक भी टीबी मुक्त अभियान में सहयोगी बने हुए है। वे टीबी रोगी की जांच करवाकर उसकी दवाइयां सरकारी अस्पताल से शुरू करवा सकते हैं अथवा अपने क्लीनिक में ही मरीज के लिए सरकारी दवा उपलब्ध करवा सकते हैं। इसके लिए भी 500 रुपये प्रति मरीज दिये जाते हैं। इस योजना के तहत जिले में एक लाख 21 हजार 500 रुपये मानदेय के रूप में दिये गए हैं। -------------- टीबी के खात्मे के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष मुहिम शुरू की गई है। 2 नवंबर तक एक्टिव टीबी केस फाइंडिग अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज को हर महीने निक्षय योजना के तहत पांच सौ रुपये दिये जाते हैं। मरीज की सूचना देने वालों व मरीज को दवा उपलब्ध करवाने वालों को भी 500 रुपये दिये जाते हैं। हमारा लक्ष्य है समाज को टीबी मुक्त करना। इसमें आमजन सहयोगी बनें। - डा. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन सिरसा।