Move to Jagran APP

अनाज मंडी में यूरिया के लिए सुबह चार बजे लाइनों में लगे किसान

यूरिया खाद का अभी भी संकट खत्म नहीं हो रहा है। अनाज मंडी में शनिवार सुबह चार बजे से ही खाद लेने वाले किसानों की लाइनें लगनी शुरू हो गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:58 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:58 PM (IST)
अनाज मंडी में यूरिया के लिए सुबह चार बजे लाइनों में लगे किसान
अनाज मंडी में यूरिया के लिए सुबह चार बजे लाइनों में लगे किसान

जागरण संवाददाता, सिरसा : यूरिया खाद का अभी भी संकट खत्म नहीं हो रहा है। अनाज मंडी में शनिवार सुबह चार बजे से ही खाद लेने वाले किसानों की लाइनें लगनी शुरू हो गई। मंडी में 42 नंबर दुकान पर 200 किसानों को ही टोकन दिए गये। लाइन में लगे किसानों को दोपहर बाद यूरिया नहीं मिली। इस पर किसानों ने रोष जताते हुए हंगामा कर दिया। यूरिया के टोकन को लेकर कई किसान आपस में भी बहस करने लगे। इससे स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई। दुकान संचालक ने यूरिया नहीं होने की बात कही, जिस पर कई किसानों को बैरंग लौटना पड़ा। गौरतलब है शुक्रवार को किसानों ने यूरिया नहीं मिलने पर शहीद जगदेव सिंह चौक पर जाम लगाते हुए एक घंटे तक प्रदर्शन किया था।

loksabha election banner

नहीं मिल रही खाद

यूरिया लेने पहुंचे गांव रूपाणा निवासी राजेश कुमार, दड़बा कलां निवासी धर्मपाल, अलीकां निवासी गुरचरण, चामल निवासी बाग सिंह ने बताया कि यूरिया खाद को लेकर सुबह चार बजे से लाइनों में लगे हैं। इस कड़ाके की ठंड में सुबह से ही लाइनों में लगे रहे। इसके बाद दोपहर बाद किसानों को यूरिया नहीं होने की बात कह दी गई। जबकि जो बाद में आए उनका पहले से ही लिस्ट में नाम लिखकर यूरिया बांट दी गई। यूरिया के टोकन के नाम पर धांधली की जा रही है। किसानों को पर्याप्त खाद नहीं दी जा रही है। जिससे किसानों की गेहूं व सरसों की फसलों को खाद नहीं डाले जाने से नुकसान होगा।

2600 एमटी का लगा और रैक

जिले में यूरिया का शनिवार को भी रैक लगा जिसमें 2600 एमटी यूरिया सिरसा पहुंची। वहीं शुक्रवार को भी यूरिया खाद का रैक लग गया था। जिसमें 2600 मीट्रिक टन आइपीएल यूरिया पहुंची थी। जो सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, कालांवाली, चौपटा व रानियां ब्लाक में भेजी जा रही है। इस सीजन में सिरसा जिले में एक लाख दस हजार मीट्रिक टन खाद की जरूरत है। जिसमें से अभी तक करीब 42600 मीट्रिक टन खाद पहुंच चुकी है।

सर्दी के मौसम में यूरिया के लिए भटक रहे किसान

गांव स्तर पर यूरिया मिलनी चाहिए जिससे किसानों को शहर में न आना पड़े। सिरसा में किसानों की लंबी लाइन लग रही है। दस एकड़ में गेहूं की बिजाई की हुई है। अभी तक यूरिया नहीं मिली है।

रणजीत सिंह, किसान, निवासी मल्लेवाला गांव

-----

गेहूं की 12 एकड़ में बिजाई की हुई है। अब गेहूं में सिचाई के साथ यूरिया डालना बहुत जरूरी है, जो समय पर मिल नहीं है। किसानों को यूरिया नहीं मिलने पर काफी परेशानी आ रही है। किसानों को गांव स्तर पर यूरिया उपलब्ध करवाई जाए।

हरजिद्र प्रसाद, किसान, निवासी भंभूर

-----

यूरिया खाद के लगातार रैक लगने शुरू हो गये हैं। शनिवार को भी 2600 मीट्रिक टन यूरिया का रैक लगा है। इससे जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं रहेगी।

डा. बाबूलाल, कृषि उपनिदेशक, सिरसा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.