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बजट के अभाव में शहर में एनपीसीडीसीएस सर्वे पर लगाौ ब्रेक

आमजन को कैंसर मधुमेह हृदय रोग व पक्षाघात रोग से बचाने के लिए

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Jun 2019 12:05 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 06:32 AM (IST)
बजट के अभाव में शहर में एनपीसीडीसीएस सर्वे पर लगाौ ब्रेक
बजट के अभाव में शहर में एनपीसीडीसीएस सर्वे पर लगाौ ब्रेक

जागरण संवाददाता, सिरसा : आमजन को कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग व पक्षाघात रोग से बचाने के लिए जागरूकता संबंधित चलाए अभियान एनपीसीडीसीएस (नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर डॉयबिटीज कार्डियोवस्क्यूलर डिजीज एंड स्ट्रोक) पर शहर क्षेत्र में बजट के अभाव में ब्रेक लग गए है। प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सिरसा सहित पांच जिलों में अभियान शुरू किया गया था। पहले चरण में दिए गए टारगेट को हासिल कर लिया गया है। शहरी क्षेत्र में बीमारियों की जांच संबंधित उपकरण व यंत्र लाने के लिए बजट का अभाव होने के कारण अभियान रूक गया है।

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पांच जिलों में शुरू किया गया था पायलट प्रोजेक्ट

एनपीसीडीसीएस अभियान के तहत प्रदेश में पांच जिलों में पायलट प्रोजेक्ट रूप में शुरू हुआ था। इन जिलों में सिरसा, गुरुग्राम, पंचकूला, यमुनानगर व अंबाला शामिल है। बीते वर्ष 30 फीसद का लक्ष्य दिया गया था और विभाग ने सिरसा में 33 फीसद लक्ष्य हासिल किया था। अभियान के लिए आशा वर्करों को दस रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से 10 लाख 76 हजार रुपये का भुगतान भी किया गया है।

दो चरणों में होता है अभियान

दो चरणों में होने वाले इस अभियान के तहत आशा वर्कर घर घर जाकर सी बैक फार्म भरवाती है, जिसमें प्रश्नोत्तर की तर्ज पर व्यक्ति के बारे में सारी जानकारी हासिल की जाती है। उसके बाद एएनएम तक रिकॉर्ड पहुंचता है और ब्लड प्रेशर, शुगर, कैंसर से प्रभावित मरीजों को सब सेंटर तक लाया जाता है। एएनएम स्क्रीनिग का कार्य करीब 40 फीसद पूरा हो चुका है। शहरी क्षेत्र में यह कार्य आशा वर्कर देख रही है परंतु नए सत्र में जांच उपकरणों के लिए बजट न आने के कारण अभी कार्य रुका हुआ है।

जानलेवा बीमारी को हल्के में न लें

ब्लड प्रेशर, शुगर, कैंसर जानलेवा बीमारियां है, इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए। शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ हो जाए तो उसकी जांच करवानी चाहिए। अपना वजन नियंत्रित रखें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंसर रोगियों को बसों में फ्री बस पास की सुविधा दी जाती है। सिरसा में करीब 400 कैंसर रोगी है। सर्वे में पाया गया है कि 12 से 15 फीसद रोगी ब्लड प्रेशर के आ रहे हैं तथा 6 से 8 फीसद रोगी मधुमेह के आ रहे हैं। मुंह या गले में कोई जख्म हो और उसे ठीक होने में 20 से ज्यादा दिन हो गए हो तो उसकी जांच अवश्य करवानी चाहिए वो गले या मुंह का कैंसर हो सकता है।

नियमित सैर व संतुलित भोजन करें

स्वस्थ रहने के लिए सप्ताह में 150 मिनट सैर जरूर करें। नियमित भोजन में पांच अनाज जरूर होने चाहिए। शराब सिगरेट के सेवन से परहेज करना चाहिए। रोजाना पांच ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए और सब्जियों इत्यादि में ऊपर से नमक तो बिल्कुल प्रयोग नहीं करना चाहिए। मधुमेह व ब्लड प्रेशर के रोगी नियमित दवा का सेवन नहीं करते, जिससे स्थिति बिगड़ जाती है। ऐसे रोगियों को नियमित रूप से दवा लेनी चाहिए व चेकअप करवाना चाहिए। एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम के तहत बीते वर्ष 33 फीसद लक्ष्य हासिल किया गया है। एएनएम स्क्रीनिग का 40 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। नए सत्र में उपकरणों के लिए बजट मंजूर न होने के कारण शहरी क्षेत्र में अभी सर्वे रुका हुआ है। जैसे ही बजट आ जाएगा, सर्वे शुरू करवा दिया जाएगा।

- डा. आशा जिदल, डिप्टी सीएमओ एनसीडी


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