थियेटर कलाकारों ने वोट की चोट नाटक से बताया वोट का महत्व
केएल थियेटर के कलाकारों ने राजकीय नेशनल महाविद्यालय में वोट क
जागरण संवाददाता, सिरसा :
केएल थियेटर के कलाकारों ने राजकीय नेशनल महाविद्यालय में वोट की चोट नुक्कड़ नाटक का मंचन कर युवाओं को वोट की ताकत बताते हुए अनिवार्य रूप से मतदान में हिस्सा लेने का आग्रह किया। थियेटर निदेशक कर्ण लढ़ा सहित कलाकार नीरज निर्मल कुमार, पवनदीप, दिव्या, निखिल लूना, नीतिन लूना, कुणाल मोयल, भारत अंगारा ने नाटक मंचन से संदेश दिया कि मतदान सबसे बड़ा दान है। वोट की चोट से हम अपने पसंद की सरकार चुन लेते हैं। पांच साल बाद वोट डालने का हमें जो मौका मिलता है, उसे हमें गंवाना नहीं है। किसी भी तरह के लोभ और लालच में नहीं फंसना है। नाटक मंचन के जरिये यह भी बताया गया कि वोट से ही देश और राज्य के साथ-साथ गांव, नगर की सरकार बनती है। मतदाता लोकतंत्र की रीढ़ है, इसलिए लोकतंत्र की मजबूती के लिए हर चुनाव में सौ फीसद मतदान आवश्यक है। युवा मतदाता खासकर अपने परिवार और समाज का सौ फीसद मतदान कराने में तत्परता दिखाए। नाटक में दर्शाया गया कि कई बार हम बहकावे में आकर गलत व्यक्ति को वोट दे देते है, जिसके परिणामस्वरूप गलत सरकार बन जाती है। उसके बाद देश-प्रदेश में इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ते है। कर्ण लढ़ा ने बताया कि 5 से 7 अप्रैल तक युवक साहित्य सदन में अनुभाव रंग महोत्सव का आयोजन होगा। इस आयोजन में 5 अप्रैल को भगत सिंह एक सोच, 6 अप्रैल को चरणदास चोर व 7 अप्रैल को आज का पटेल का मंचन किया जाएगा।