हनुमान बिरानी भूमि पर गेंदे के फूल लगाकर कमा रहा लाखों
महेंद्र ¨सह मेहरा, सिरसा : बिरानी भूमि में पारंपरिक खेती को छोड़कर फूल की खेती करके
महेंद्र ¨सह मेहरा, सिरसा : बिरानी भूमि में पारंपरिक खेती को छोड़कर फूल की खेती करके किसान लाखों रुपये की आमदनी ले रहा है। जिससे किसान ने अपनी अलग से पहचान बनाई है। गांव नाथूसरी कलां निवासी किसान हनुमान कासनिया ने धान व नरमा की खेती को छोड़कर गेंदा व गुलाब के फूलों की खेती कर रहे हैं। इस व्यवसाय में उन्हें अच्छी खासी आमदनी भी हो रही है। कुछ लोग तो गाड़ी को भी सजाने के लिए यहां पहुंचते हैं। यहां के फूलों को लोग काफी बेहतर मानते हैं।
किसान हनुमान ने स्नातक तक पढ़ाई की हुई है। हनुमान कासनियां ने बताया कि अपने दोस्तों के साथ राजस्थान में घूमने के लिए पुष्कर गया हुआ था। वहां पर किसानों को फूल की खेती करते हुए देखा। जिस पर फूल की खेती करने का विचार आया। इसके बाद गांव में आकर दो साल से फूलों की खेती करने में जुट गया। किसान हनुमान ने बताया कि फूलों की दो एकड़ में खेती कर रखी है। एक एकड़ भूमि में दो लाख रुपये तक की आमदनी हो जाती है। खरीदार खुद पहुंचते हैं फूल लेने
किसान हनुमान कासनिया ने बताया कि ¨सचाई तथा निराई-गुड़ाई किए जाने के साथ ही फूलों पर नियमित रूप से ध्यान देते हैं। तीन महीने बाद फूल तैयार हो जाते हैं। तीन माह तक नियमित रूप से उन पौधों से फूल निकलता है। फिर उन पौधों को हटाकर नया पौधा लगाना पड़ता है। शादी विवाह के समय यहां के फूल की मांग बढ़ जाती है। फूलों को बेचने का भी कोई झंझट नहीं है। यहां पर खुद फूलों का कारोबार करने वाले लोग फूल लेने के लिए पहुंचते हैं। जबकि नरमा व धान की खेती पर आज खर्च बढ़ गया है। वहीं इसमें कई तरह की बीमारियां आ जाती है। जिसके लिए बार बार कीटनाशकों का प्रयोग करना पड़ता है। दूसरे किसानों को भी कर रहे हैं प्रेरित
किसान हनुमान फूलों की खेती के लिए दूसरे किसानों को भी प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि धान की फसल लेने के बाद किसान पराली को आग लगा देते हैं। इससे काफी प्रदूषण होता है। जबकि गेंदा लगाने से पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। इससे आमदनी भी बहुत अच्छी होती है।