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बकरियांवाली प्लांट को मिलेगी कचरे से मुक्ति, लगेगा प्रोसेसिग प्लांट

शहर से रोजाना करीबन 90 से 100 टन कचरा निकलता है। यह कूड़ा

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 03:33 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:17 AM (IST)
बकरियांवाली प्लांट को मिलेगी कचरे से मुक्ति, लगेगा प्रोसेसिग प्लांट
बकरियांवाली प्लांट को मिलेगी कचरे से मुक्ति, लगेगा प्रोसेसिग प्लांट

जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर से रोजाना करीबन 90 से 100 टन कचरा निकलता है। यह कूड़ा ट्रॉलियों के द्वारा गांव बकरियांवाली स्थित कचरा प्रबंधन प्लांट तक पहुंचाया जाता है। वर्ष 2006 में स्थापित हुए इस कूड़ा प्रबंधन प्लाट में पॉलीथिन व प्लास्टिक के बड़े बड़े ढेर लगे हुए है। हरियाणा मॉनीटरिग कमेटी ने इस कूड़े के निस्तारण के लिए आदेश जारी किए है। जिसके तहत कूड़ा प्रबंधन प्लाट में प्रोसेसिग प्लाट लगेगा, जिसके माध्यम से लिजेसी वेस्ट यानि पुराने कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके साथ ही प्लाट में सॉलिड वेस्ट के लिए भी प्लाट लगाए जाने की योजना है।

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कूड़े का होगा निस्तारण

बकरियां वाली स्थित प्लाट में प्रोसेसिग प्लांट लगने से कूड़े का निस्तारण होगा। शहर से जितना भी कूड़ा निकलता है उसकी छंटाई की जाती है। गलने वाले कूड़े से खाद तैयार की जाती है जबकि पॉलीथिन इत्यादि को अलग कर दिया जाता है। अब नगर परिषद प्रोसेसिग प्लाट लगाकर पालीथिन इत्यादि का भी निस्तारण करेगा। सॉलिड वेस्ट के लिए भी प्लाट स्थापित हो जाने के बाद वर्षों से लगे कूड़े के ढेर का निस्तारण हो सकेगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने नगर परिषद को जल्द प्लाट लगाने संबंधित आदेश दिए है। --------------------- गांव बकरियांवाली में करीब 14 साल पहले स्थापित हुए कचरा प्रबधंन प्लांट में पालीथिन के बड़े बड़े ढेर आसपास के खेत मालिकों के लिए परेशानी बने हुए है। कचरा प्रबंधन प्लाट से उठने वाली बदबू तो परेशान करती ही है इसके साथ ही तेज हवा के साथ पॉलीथिन इत्यादि उड़कर खेतों में बिखर जाते हैं। जिन्हें नगर परिषद कर्मी फिर से इकट्ठा करते हैं। पॉलीथिन के कारण फसलें भी प्रभावित होती है। ------------------- कॉलोनियों में बने पार्कों में भी तैयार होंगे गड्ढे

शहर में कचरा एकत्रित करने के लिए 31 गाड़ियां है जिनमें गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग एकत्रित किया जाता है। इसके बाद इस कूड़े को शहर में एक प्वाइंट पर इकट्ठा करने के बाद बकरियांवाली स्थित प्लाट में भेजा जाता है। शहर की कॉलोनियों में से निकलने वाले हॉर्टिकल्चर कचरे को कंपोस्ट खाद में बदलने की योजना पर भी नगर परिषद काम कर रही है। शहर की रेसिडेंस वेल्फेयर एसोसिएशन की बैठक बुलाई गई है ताकि कॉलोनी में स्थित पार्कों में भी गड्ढे तैयार किये जाए और उनमें पेड़ पौधों की टहनियां, घास फूस डाली जाए और बाद में उसमें गाय का गोबर मिलाकर उससे खाद तैयार हो। -------------- गांव बकरियांवाली स्थित कचरा प्रबंधन प्लांट में लगे कूड़े के ढेर के निस्तारण के लिए वहां प्रोसेसिग प्लांट तथा सॉलिड वेस्ट के लिए प्लाट लगाया जाना प्रस्तावित है। प्लाट लग जाने के बाद वहां लगे कूड़े के ढेर का निस्तारण होगा। लक्ष्य है कि कचरा प्रबंधन प्लाट में कूड़े के ढेर न लगे और उनका साथ साथ निस्तारण होता रहे।

- विजय कुमार, इंचार्ज स्वच्छता टीम, नगर परिषद।


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