Move to Jagran APP

चार दिन पहले ही किराए के मकान में आया था परिवार

सिरसा डेरा सच्चा सौदा के समीप बेगू रोड पर प्रीतनगर की गली नंबर 14 में

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Mar 2019 11:24 PM (IST)Updated: Sun, 03 Mar 2019 11:24 PM (IST)
चार दिन पहले ही किराए के मकान में आया था परिवार
चार दिन पहले ही किराए के मकान में आया था परिवार

जागरण संवाददाता, सिरसा :

loksabha election banner

डेरा सच्चा सौदा के समीप बेगू रोड पर प्रीतनगर की गली नंबर 14 में किराए के मकान में चार दिन पहले आए परिवार ने कभी सोचा भी न होगा कि एक हादसा उनके परिवार के दो मासूमों की जान ले लेगा। मकान के आगे से गुजर रही हाईटेंशन तारों से लगे करंट की घटना ने परिवार को झकझोर कर रख दिया।

मूल रूप से पंजाब के झंडा कलां गांव का रहने वाला कुक सिंह अपने दो बेटों सुच्चा सिंह व राजबीर के साथ सिरसा में दिहाड़ी मजदूरी का काम करता है। कई सालों से उनका परिवार प्रीतनगर कालोनी की ही गली नंबर 13 में रहते थे। चार दिन पहले ही उन्होंने अपना किराये का मकान बदला था और 14 नंबर गली में महेश कुमार के मकान में रहने को आए थे। रविवार सुबह रोजमर्रा की तरह कुक सिंह व सुच्चा सिंह दोनों पिता पुत्र दिहाड़ी पर चले गए। छोटा बेटा राजबीर जो गाड़ियों का मैकेनिक है, घर पर ही था। सुबह करीब दस बजे राजबीर का आठ वर्षीय बेटा सुखदीप, 11 वर्षीय बेटी राजमीत तथा सुच्चा सिंह की ढाई वर्षीय बेटी प्रिसेज मकान की छत पर खेल रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया।

15 मिनट तक पाइप से चिपके रहे बच्चे

छत पर खेलते हुए हाईटेंश्न तारों के करंट से अंजान सुखदीप ने लोहे की पाइप से तारों को छू लिया जबकि पाइप का दूसरा सिरा मकान के छज्जे पर लगी लोहे की ग्रिल पर टिका रहा। करंट लगने के बाद मदद के लिए चिल्लाने पर ढाई वर्षीय मासूम प्रिसेज अपने भाई की तरफ दौड़ी तथा छूने के कारण उसे भी करंट लग गया। छत पर खेल रही राजमीत ने छज्जे पर लगी ग्रिल को छू लिया और वह भी चपेट में आ गई। बच्चों के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी तो नीचे बैठा राजबीर सिंह दौड़ कर गया और बच्चों को बचाते समय वह भी चपेट में आ गया। इसी दौरान नीचे गली में से गुजर रही एक युवती की नजर छत पर छटपटा रहे बच्चों पर पड़ी तो उसने करंट लगने का शोर मचाया, जिस पर लोगों ने ईंट पत्थर फेंक कर पाइप हटाई और तुरंत पीड़ितों को लेकर अस्पताल में गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस हादसे के दौरान बच्चे करीब 10-15 मिनट तक हाईटेंशन तारों की चपेट में आकर छटपटाते रहे। जन्म के कुछ समय बाद ही प्रिसेज की मां की हो गई थी मौत

ढाई वर्षीय प्रिसेज की मां की उसके जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो गई थी। प्रिसेज को उसके पिता, चाचा, चाची व दादा ने ही पाला था। घर में सबसे छोटी होने के कारण चचेरा भाई सुखदीप व बहन राजमीत उसका खूब ध्यान रखते थे। वह हर समय उनके साथ ही खेलती रहती थी। हादसे में मौत का शिकार हुआ सुखदीप शाह सतनाम स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र था जबकि उसकी बहन राजमीत शाह सतनाम स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ती है। पुलिस करेगी हर संभव मदद : डीएसपी

हादसे की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी आर्यन चौधरी ने कहा कि जिला पुलिस की ओर से परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक डा. अरुण सिंह ने आश्वस्त किया है कि पीड़ितों के इलाज के लिए रक्त व धन संबंधित मदद की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.