गदराना में दो पक्षों में फायरिग, चार गंभीर
कालांवाली क्षेत्र के गांव गदराना में रविवार रात को दो पक्षों के ब
जागरण संवाददाता, सिरसा : कालांवाली क्षेत्र के गांव गदराना में रविवार रात को दो पक्षों के बीच झड़प हुई तथा गोलियां चली। इस घटना में दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए। एक गुट के तीन घायलों देवेंद्र सिंह उर्फ गग्गू, लखविद्र सिंह उर्फ लक्खी, लखवीर सिंह उर्फ लख्खा को डबवाली रोड स्थित होप न्यूरो केयर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जिसमें दो की हालत गंभीर बताई जाती है। जबकि दूसरे पक्ष में घायल सुखराज सिंह उर्फ काला संजीवनी अस्पताल में उपचाराधीन है। कालांवाली पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गांव गदराना निवासी लखवीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बीती रात वह कालांवाली से मोटरसाइकिल पर अपने घर लौट रहा था। रास्ते में जब वह रमनदीप के घर के समय पहुंचा तो लखविद्र गली में बेहोश पड़ा था तथा दविद्र की मां उसको उठा रही थी। वह भी लखविद्र को उठाने लगा। उसी समय सुखराज उर्फ काला ने पकड़ो की आवाज लगाई तो उसका लड़का कर्णवीर व पूर्व सरपंच बेअंत आ गए और तीनों के हाथों में हथियार थे। उसने आरोप लगाया कि सुखराज, कर्णवीर व बेअंत ने उसके ऊपर फायर किए ।
इसी दौरान उसकी बाजू पर गोली लगी, उसके बाद वह भागकर मंजीत के घर घुस गया। उसने बताया कि इस दौरान उसे पता चला कि दविद्र व लखविद्र का भी झगड़ा हुआ है तथा उनको भी गोली मारी थी। देवेंद्र सिंह के पिता गुरजंट सिंह ने आरोप लगाया कि सुखराज सिंह ने पुरानी रंजिश को लेकर अपने साथियों सहित हमला किया। एएसआइ ताराचंद ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दूसरे पक्ष ने गाली-गलौज करने का लगाया आरोप
वहीं इस मामले में दूसरे पक्ष के गदराना निवासी सुखराज भी घायल है। उसने बताया कि बीती रात वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए फतेहाबाद गया था। रात आठ बजे जब वापस आया तो उसकी पत्नी कर्मजीत ने बताया कि गांव के 10-15 युवक उन्हें गालियां दे रहे थे। इनमें गग्गू, जंटा, गबरा मास्टर व दो तीन को वह पहचानती है। सुखराज ने बताया कि इसी दौरान उक्त युवक दोबारा उसके घर में आ घुसे आ गए और गाली-गलौज करने लगे। इसी दौरान उक्त युवकों ने घर में घुसकर परिवार पर फायरिग की थी। बचाव में उसने लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिग की थी। सुखराज सिंह ने बताया कि उसके साथ कोई झगड़ा नहीं हुआ था।
सुखराज ने बताया कि जब वह ओढ़ां अस्पताल में पहुंचा तो वहां उसकी गाड़ी की तोड़फोड़ की गई और उसे वहां दाखिल भी नहीं होने दिया। मामले की जांच कर रहे एसआई महान सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।