नाराज किसानों ने बनाई किसान कल्याण संस्था
किसान अब तक राष्ट्रीय किसान संगठन के बैनर तले आंदोलन करते आ रहे
संवाद सहयोगी, डबवाली : किसान अब तक राष्ट्रीय किसान संगठन के बैनर तले आंदोलन करते आ रहे थे। करीब 40 दिन तक लघुसचिवालय में आंदोलनरत रहने के बाद कोई नतीजा न मिलने पर किसान आंदोलन की पैरवी कर रहे संगठन पदाधिकारियों से खासे नाराज नजर आ रहे हैं। नाराज किसानों ने किनारा करते हुए अलग संगठन का गठन कर लिया है। किसानों की बैठक नईं अनाज मंडी स्थित किसान भवन में शुक्रवार को हुई। बैठक में किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए एक नईं संस्था गठित करने का निर्णय लिया गया। विचार विमर्श के बाद किसान कल्याण संस्था का गठन सभी की सहमति से कर दिया गया। यह संस्था समय-समय पर समाज भलाई, किसानों की समस्याओं व दिक्कतों का समाधान करवाने के लिए कार्य करेगी। यह संस्था पूरी तरह से गैर राजनीतिक होगी। इसमें कृषि बीमा योजना, फसल भाव, नहरी पानी की कमी दूर करने की मांग सहित किसानों की अन्य दिक्कतें जैसे खाद की कमी, नकली बीज नकली कीटनाशक दवाएं आदि मुद्दों को लेकर आवाज उठाने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। इसके अलावा डा. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करवाने के लिए संस्था संघर्ष करेगी। इस अवसर पर मलकीत ¨सह खालसा, लख¨वद्र ¨सह अलीकां, गुरदीप ¨सह, भूप ¨सह, अमरीक ¨सह, सुरेश कुमार खुइयांमलकाना, राजेश लखुआना, सतकरतार ¨सह, राकेश नेहरा, शिवचरण ¨सह, भू¨पद्र ¨सह, कुलदीप ¨सह देसूजोधा, हरचरण ¨सह चन्नी, गुरहंस ¨सह, मिट्ठू कंबोज, वकील ¨सह मौजगढ़, गुरजंट ¨सह, चरणजीत ¨सह, बग्गा ¨सह गिल व नछतर ¨सह पन्नीवाला मौजूद थे। किसान भवन के हालातों पर चर्चा
बैठक में किसान भवन के हालातों पर चर्चा की गई। मिट्ठू कंबोज, अमरीक बिश्नोई ने कहा कि किसानों के लिए बने इस भवन में पानी तक उपलब्ध नहीं है। फसली सीजन सिर पर है तो किसानों के विश्राम के लिए भवन में टूटी-फूटी चारपाई मौजूद है। इतना ही नहीं कूलर आदि सामान कबाड़ ज्यादा प्रतीत होता है। किसानों ने मार्केट कमेटी अधिकारियों से समस्याओं को दूर करने की मांग की है। किसानों के अनुसार अगर व्यवस्था नहीं बदली तो मजबूरन आंदोलन शुरू करना पड़ेगा।