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टोल के फास्टैग सेंसर पर लगा दिया पालीथिन, सीधे निकलते रहे वाहन

गेहूं का प्रति क्विंटल 500 रुपये बोनस देने और केंद्र सरकार को पंजाब गेहूं न बेचे व अन्य मांगों को लेकर किसानों ने भावदीन व खुइया मलकाना टोल फ्री करवा दिया। भावदीन टोल प्लाजा पर किसानों व टोल प्लाजा के कर्मचारियों की आपस में बहस भी हुई। इसके बाद किसानों ने टोल पर फास्टैग सेंसर पर पालीथीन लगा दिया। पुलिस कर्मचारियों ने कोई दखल नहीं दिया। इसके बाद तीन घंटे तक सभी वाहन बिना टोल अदा किए निकलते रहे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Apr 2022 11:11 PM (IST)Updated: Sat, 09 Apr 2022 11:11 PM (IST)
टोल के फास्टैग सेंसर पर लगा दिया पालीथिन, सीधे निकलते रहे वाहन
टोल के फास्टैग सेंसर पर लगा दिया पालीथिन, सीधे निकलते रहे वाहन

जागरण संवाददाता, सिरसा

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गेहूं का प्रति क्विंटल 500 रुपये बोनस देने और केंद्र सरकार को पंजाब गेहूं न बेचे व अन्य मांगों को लेकर किसानों ने भावदीन व खुइया मलकाना टोल फ्री करवा दिया। भावदीन टोल प्लाजा पर किसानों व टोल प्लाजा के कर्मचारियों की आपस में बहस भी हुई। इसके बाद किसानों ने टोल पर फास्टैग सेंसर पर पालीथीन लगा दिया। पुलिस कर्मचारियों ने कोई दखल नहीं दिया। इसके बाद तीन घंटे तक सभी वाहन बिना टोल अदा किए निकलते रहे। टोल पर एकत्रित हुए किसान

भावदीन टोल पर विभिन्न गांवों के किसान टोल पर सुबह शनिवार को पहुंचने शुरू हो गये। इसके बाद दस बजकर दस मिनट पर किसानों ने टोल फ्री करवाना शुरू कर दिया। इस पर टोल प्लाजा के कर्मचारियों की किसानों के साथ बहस भी हो गई। किसान वाहनों को बिना टोल टैक्स दिए ही निकलने लगे। इसी दौरान एक किसान टोल प्लाजा पर लगे फास्टैग सेंसर पर पालीथीन भी लगा दिया। जिसे कर्मचारियों ने दोपहर के बाद हटाया। पांच ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्ति भी किए गये। इसी के साथ दो पुलिस कंपनियों को तैनात किया गया। किसानों को मिले गेहूं पर बोनस

भारतीय किसान यूनियन चढूनी के किसान नेता भूपेंद्र सिंह वैदवाला, हरविद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह मलकीत सिंह व पाला सिंह ने कहा कि गेहूं की फसल तैयार करने में किसानों को काफी राशि खर्च करनी पड़ती है। जिस भाव में गेहूं बिक रही है। उससे किसानों का खर्च भी पूरा नहीं होता है। ऐसे में किसानों को प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस दिया जाए। उन्होंने कहा कि अबकी बार विदेशों में गेहूं की डिमांड है। इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री के पास अच्छा मौका है। केंद्र को गेहूं न देने की बजाय पंजाब सरकार खरीदे। साथ ही गेहूं विदेशों में भेजे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्राइवेट खरीद पर भी रोक लगाएगी। इसलिए किसान जितनी गेहूं अपने घर पर रख सकता है वह अपने घर पर स्टाक करके रखें।

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