फल उत्कृष्ट केंद्र में बनेगा किसान हॉस्टल
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जागरण संवाददाता, सिरसा : इंडो इजरायल प्रोजेक्ट के तहत मांगेआना के फल उत्कृष्ट केंद्र में किसानों को ट्रेनिग देने उपरांत यहां ठहरने की व्यवस्था भी उपलब्ध होगी। बागवानी विभाग ने एक करोड़ 20 लाख रुपये की राशि किसान हॉस्टल के लिए जारी कर दी है। हॉस्टल बनने के बाद एक साथ 30 किसानों के ठहरने की व्यवस्था होगी और यहां उनके खेलने के लिए बैडमिटन कोर्ट भी होगा। अगले छह माह में हॉस्टल बनकर तैयार हो जाएगा।
2008 में मांगेआना में फल उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना की गई। यहां नींबू वर्गीय पौधे की नर्सरी, बाग से संबंधित दूसरी ट्रेनिग व केंचुआ खाद बनाने की ट्रेनिग देने की व्यवस्था की गई है। बाग से जुड़ी नई प्रजातियों पर यहां ट्रायल किए जाते हैं और किसानों को पौध उपलब्ध करवाई जाती है। पहले यहां ट्रेनिग के लिए एक दिन का ही कार्यक्रम तय किया जा रहा है क्योंकि यहां किसानों के रुकने की व्यवस्था नहीं थी। किन्नू, अनार, खजूर व आम से संबंधित आधुनिक तकनीक की मिलेगी जानकारी
फल उत्कृष्ट केंद्र पर किसानों को खजूर, अनार, किन्नू, माल्टा, अमरूद व आम की खेती के बारे में जानकारी दी जाती है। यहां पौध भी तैयार होती है और हाईटैक नर्सरी बनाई गई है जो विपरीत वातावरण में भी पौध तैयार करती है। तापमान कंट्रोल करने व कम पानी में अधिक खेती के लक्ष्य को लेकर यहां साल भर कार्य किया जाता है। इस तकनीक की जानकारी अधिक से अधिक किसानों को उपलब्ध कराने के लिए यहां ट्रेनिग कराने का प्रावधान है लेकिन रुकने की व्यवस्था नहीं थी जिस वजह से ट्रेनिग प्रोग्राम कम रखे जाते थे। नई बिल्डिग में यह होगा बागवानी विभाग के अधिकारियों के अनुसार नई बिल्डिग में नीचे ट्रेनिग हाल, बैडमिटन कोर्ट व चार कमरे मास्टर ट्रेनर के लिए रखे जाएंगे। ऊपरी मंजिल पर छह कमरे बनाए जाएंगे। प्रत्येक कमरे में पांच बेड लगाए जाएंगे। इस तरह से 30 किसान यहां रुक सकते हैं। बिल्डिग प्रारूप के अनुसार यहां मैस भी बनाई जाएगी, किसानों के मनोरंजन के लिए एक हाल कमरे में टीवी इत्यादि की व्यवस्था होगी ताकि फुर्सत के समय में वे आराम से रह सकें। इसके अलावा एक कांफ्रेंस रूम भी बनाया जाना प्रस्तावित किया गया है ताकि आवश्यकता पड़ने पर दूसरे ट्रेनिग सेंटरों से यहां के किसानों को सीधा जोड़ा जा सके। ::::::राज्य सरकार ने मांगेआना में किसान हॉस्टल की मंजूरी दे दी है। इसके लिए एक करोड़ से अधिक का बजट भी उपलब्ध करवा दिया है। ड्राइंग स्वीकृत हो चुकी है। यहां 30 किसानों के रुकने की व्यवस्था की गई है। ऐसी व्यवस्था कुरुक्षेत्र के रामनगर के मधुमक्खी पालन सेंटर पर है। बजट मार्केटिग बोर्ड को दे दिया है क्योंकि बिल्डिग उन्होंने ही बनानी है।
डा. आत्मप्रकाश, उपनिदेशक, बागवानी विभाग