किसानों ने रोष स्वरूप गांवों में फूंके पुतले
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि बिलों के विरोध में दश
जागरण संवाददाता, सिरसा : केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि बिलों के विरोध में दशहरे के दिन पक्का मोर्चा पर धरनारत किसानों ने भूमणशाह चौक पर केंद्र सरकार सहित दस नेताओं के पुतले फूंके। जिनमें सीएम मनोहर लाल, अंबानी, अडानी, जेपी नड्ढा, केंद्रीय मंत्री तोमर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, बिजली मंत्री रणजीत सिंह के पुतले शामिल रहे। प्रदर्शन की अध्यक्षता हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा सहित अन्य किसान संगठनों के नेताओं ने की। प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि हर बार दशहरे पर लोग रावण के पुतले जलाते हैं। वर्तमान भाजपा सरकार में तो एक नहीं अनेक रावण इस समय देश की जनता को खाए जा रहे हैं। सिरसा के साथ ही डबवाली के गांव पन्नीवाला मोरिकां व अन्य जगहों पर भी किसानों ने रोष स्वरूप पुतले जलाएं और नारेबाजी की। --------- कृषि कानून के विरोध में मजदूरों ने फूंका पुतला
संवाद सहयोगी, कालांवाली, केंद्र सरकार द्वारा लागू किए तीन कृषि कानून के विरोध में मजदूरों ले रोष स्वरूप रविवार को सरकार में शामिल नेताओं के पुतलें फूंके। इससे पूर्व मजदूरों ने पांचों पुतलों की अनाज मंडी में यात्रा निकाली और दो मजदूरों ने मुंडन भी करवाया।मजदूर नेता मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार ने हमारी रोजी रोटी छीन ली है हमें बेरोजगार कर दिया है। हम 70 साल से मंडी में काम कर रहे थे। उधर नाथूसरी चौपटा क्षेत्र के गांव नेजिया खेड़ा, अली मोहम्मद, चाडीवाल, साहुवाला द्वितीय, गिगोरानी, जनानियां, रामपुरा बगड़िया, शाहपुरिया, जोगीवाला गांवों में सरकार में शामिल लोगों के पुतले जलाए। इस मौके पर रामप्रताप, मदन सांगवान, कृष्ण कटारिया, लक्ष्मीनारायण, कुलदीप चाहर, नरेंद्र कासनिया, रतन बैनीवाल, महावीर प्रधान, विकास बगड़िया, देवीलाल शाहपुरिया, जगतपाल बैनीवाल, हरि प्रकाश बैनीवाल साथ रहे। वहीं डिग में रोष स्वरूप किसानों ने पुतले लाएं। बड़ागुढ़ा के गांव शेखूपुरियां में किसानों व मजदूरों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका।