मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसान, खरीद न होने पर जताया विरोध
रानियां अनाज मंडियों में रविवार को गेहूं खरीद न होने पर किसानों ने विरोध
संवाद सहयोगी, रानियां : अनाज मंडियों में रविवार को गेहूं खरीद न होने पर किसानों ने विरोध जताया। किसानों का कहना है कि सरकार उठान को लेकर अपनी व्यवस्था बनाए। उठान के नाम पर किसानों को परेशान करना बंद करे। किसान अमोलक सिंह, सुरजीत सिंह, हरबंस सिंह, गुरबचन सिंह, सतपाल सिंह, पूर्ण सिंह, गुरचरण सिंह ने बताया कि जिस प्रकार मौसम में परिवर्तन हो रहा है, उसके साथ ही उनकी चिता बढ़ती जा रही है। अब सरकार ने दो दिन फसल न खरीदने के आदेश जारी किए हैं। किसानों के पास इतनी व्यवस्था नहीं है कि फसल काट कर भंडारण किया जा सके। मंडी के प्रधान दीपक गाबा का कहना है कि कुछ किसान तो फसल लेकर आए थे, लेकिन तोल नहीं किया गया। सरकार के निर्देशानुसार सोमवार से ही खरीद की जाएगी। इसकी जानकारी सभी को मैसेज से दी गई थी। फिर भी किसान अपनी इच्छा से पहुंचे। ------- फैसले का अखिल भारतीय किसान सभा ने किया विरोध:
अखिल भारतीय किसान सभा के सह सचिव राजेन्द्र बालासर ने कहा कि सरकार ने उठान का बहाना बनाकर मंडियों में दो दिन के लिए तोल बंद कर दिया है। जबकि यह सरकार का काम है कि उठान का प्रबंध पहले करना चाहिए था। तोल बंद कर देने से मौसम खराब हो जाने से किसानों को उनकी उपज बेचने में भारी परेशानी हो रही है। --------- 4 लाख 77 हजार क्विटल में केवल डेढ़ लाख क्विटल गेहूं का हुआ उठान
मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर महावीर प्रसाद डूडी ने बताया कि सभी खरीद एजेंसियों द्वारा 4 लाख 77 हजार क्विटल गेहूं की खरीद की गई है और उसमें से 1 लाख 40 हजार क्विटल गेहूं का उठान किया गया है। अभी मंडियों में 3 लाख 37 हजार क्विटल गेहूं का उठान बकाया है। सुपरवाइजर महावीर प्रसाद ने बताया कि सरकार ने शनिवार व रविवार को इसलिए खरीद बंद की थी, ताकि मंडियों व खरीद केंद्र पर गेहूं का उठान समयानुसार करवाया जा सकें।