Move to Jagran APP

बीमा क्लेम की मांग को लेकर जलघर की टंकी पर चढ़े किसान

जागरण संवाददाता, सिरसा : वर्ष 2017 की खरीफ फसल का बीमा क्लेम देने की मांग को लेकर 42 दिनो

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 05:31 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 05:31 PM (IST)
बीमा क्लेम की मांग को लेकर जलघर की टंकी पर चढ़े किसान
बीमा क्लेम की मांग को लेकर जलघर की टंकी पर चढ़े किसान

जागरण संवाददाता, सिरसा :

loksabha election banner

वर्ष 2017 की खरीफ फसल का बीमा क्लेम देने की मांग को लेकर 42 दिनों तक लघु सचिवालय के समक्ष धरना देने, सरकार, विपक्षी दलों और बीमा कंपनियों के खिलाफ रोजाना विरोध प्रदर्शन करने के बाद सोमवार को 43वें दिन अपने अल्टीमेटम के अनुसार किसानों ने आंदोलन को उग्र रूप दे दिया। अखिल भारतीय स्वामीनाथन संघर्ष समिति के अध्यक्ष विकल पचार के नेतृत्व में पांच किसान चौपटा क्षेत्र के गांव रूपावास स्थित जलघर की टंकी पर चढ़ गए। किसानों के समर्थन में दर्जनों किसान जलघर में धरना दे रहे हैं। वहीं किसानों के टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलने पर चौपटा के नायब तहसीलदार छैलूराम सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और टंकी पर चढ़े किसानों को मनाने का प्रयास किया परंतु किसानों का कहना था कि जब तक उनके खातों में बीमा क्लेम की राशि नहीं आ जाती तब तक वे टंकी पर चढ़े रहेंगे। सुबह करीब सात बजे ही किसान गांव रूपावास के जलघर की टंकी पर चढ़ गए और धरने का ऐलान कर दिया। सोशल मीडिया पर जब उनकी फोटो व वीडियो आया तो प्रशासन भी हरकत में आ गया। आंदोलनकारी किसान हाथों में तिरंगा थामे हुए है और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। समिति के अध्यक्ष विकल पचार का कहना है कि उन्होंने 42 दिनों तक आंदोलन किया लेकिन प्रशासन ने उनकी मांगों पर गौर नहीं की। मुख्यमंत्री ने बीमा क्लेम दिलवाने का आश्वासन दिया इसके बावजूद भी क्लेम नहीं मिला। जिस कारण मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन जारी रहेगा और रोजाना जिला के गांवों की पानी की टंकियों पर किसान चढ़ेंगे। किसान बोले सिरसा की सभी टंकियों पर देंगे धरना

किसान शीशपाल ने बताया कि 6 अगस्त से किसान बीमा क्लेम की मांग को लेकर धरना शुरू किया था। 42 दिनों से धरना दे रहे हैं। प्रशासन को 12 मांगपत्र दे चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बीती 25 अगस्त को किसानों के प्रतिनिधिमंडल से मिलकर 10 दिनों के भीतर बीमा क्लेम दिलवाने का आश्वासन दिया था परंतु आज 22-23 दिन हो गए, बीमा क्लेम संबंधी कोई समाचार नहीं है। जिले के किसानों का 172 करोड़ रुपये किसानों का बीमा क्लेम बकाया है। अब किसानों ने आखिर में मरणासन्न आंदोलन चलाया है, जिसमें या तो बीमा क्लेम के पैसे उनके खातों में आए नहीं तो जो भी होगा, उसकी जिम्मेवार सरकार होगी। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला की सभी टंकियों पर किसानों द्वारा धरना दिया जाएगा। किसानों के आंदोलन की जानकारी प्रशासन को दी: छैलूराम

चौपटा के नायब तहसीलदार छैलूराम ने बताया कि किसानों के आंदोलन की जानकारी मिलने पर वे मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की। किसानों के टंकी पर चढ़ने, उनके आंदोलन व मांगों के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। किसानों से टंकी से उतरने का आग्रह किया गया है परंतु वे अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.