रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में बाजारों में उतरे कर्मचारी, जताया रोष
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को 16वें दिन में प्रवेश कर
जागरण संवाददाता, सिरसा : रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को 16वें दिन में प्रवेश कर गई। रोडवेज के अधिकतर हड़ताली कर्मचारी भूमिगत होकर आंदोलन को गति दे रहे हैं। 16वें दिन रोडवेज की 82 बसें चली। रोडवेज प्रशासन द्वारा आज भी आउटसोर्सिंग पॉलिसी दो के तहत परिचालकों की लिस्ट जारी नहीं की गई। वहीं हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में दूसरे दिन भी कर्मचारी संगठनों ने टाऊन पार्क के आगे धरना दिया और बाद में बाजारों में प्रदर्शन किया।
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल प्रदेश की सबसे लंबी चलने वाली हड़ताल में शामिल हो गई है। बेशक विभाग के अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर है फिर भी मुख्यालय के आदेश पर नई भर्तियां करके आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत रखे चालक परिचालकों के सहारे बसों को चलाया जा रहा है। धीरे-धीरे रोडवेज पटरी पर आने लगी है। बुधवार को अलग अलग रूटों पर 82 बसें चली तथा लॉन्ग रूट भी कवर किए। विभाग द्वारा परिचालकों की भर्ती को लेकर जारी की जाने वाली लिस्ट बुधवार को भी जारी नहीं की गई। सुरक्षा के ²ष्टिगत वर्कशाप के बाहर पुलिस बल तैनात रहा। कर्मचारी संगठनों ने किया प्रदर्शन
रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में विभिन्न विभागों के कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। हड़ताल में विद्युत निगम के कर्मचारी अधिक संख्या में शामिल हो रहे हैं परंतु वहां भी अभी अव्यवस्था की स्थिति दिखाई नहीं दी है। निगम अब हड़ताल पर गए ठेके पर लगे कर्मचारियों पर सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। विभिन्न संगठनों के कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी टाउन पार्क के आगे बैठकर धरना दिया तथा बाद में लालबत्ती चौक, आर्य समाज रोड, सदर बाजार, रोड़ी बाजार, हिसार बाजार होते हुए वापिस पार्क के आगे पहुंचे। इस अवसर पर सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मंदनलाल खोथ, सोहन सिह रंधावा, प्रवक्ता राजेश भाकर ने बताया कि सरकार रोडवेज कर्मचारियों के साथ बातचीत करके जल्द हड़ताल को समाप्त करवाऐं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल पूरे प्रदेश में सफल रही है और अगर सरकार ने अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा तो कर्मचारी संगठन इस हड़ताल को अनिश्चितकालीन में भी बदल सकते हैं। विद्युत निगम सख्त, कर्मियों को हटाने के लिए ठेकेदारों को नोटिस
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में हड़ताल करने वाले विद्युत निगम के आऊटसोर्स कर्मियों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। निगम द्वारा इन कर्मचारियों को हटाने के नोटिस जारी कर दिए है। निगम की ओर से आउटसोर्स के ठेकेदारों को नोटिस दिए गए है कि हड़ताल में शामिल कर्मियों को हटाकर उनके स्थान पर नए कर्मचारियों की नियुक्ति करें। उधर बुधवार को आउटसोर्स के 217 कर्मचारी हड़ताल पर रहें।
इस संबंध में विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता एमआर सचदेवा ने कहा कि हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आउटसोर्स कर्मियों के बारे में ठेकेदार को नोटिस किया गया है।