आत्मनिर्भर भारत को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी शिक्षा नीति
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश की आकांक्षाओं के अनुरूप आधुनिक
जागरण संवाददाता, सिरसा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, देश की आकांक्षाओं के अनुरूप आधुनिक भारत को गढ़ने में महत्वपूर्ण बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के कदम का हार्दिक स्वागत करती है। भारत का प्रबुद्ध नागरिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के क्षेत्र में बड़े परिवर्तनों की अपेक्षा लंबे समय से कर रहा था। भारतीय शिक्षा व्यवस्था में ज्ञान आधारित, रोजगारोन्मुख, तकनीक युक्त तथा विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास में सहायक शिक्षा के अनुरूप सुधार हो यह भारत का आम नागरिक भी चाहता था। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, आम भारतीय के उपयुक्त अपेक्षाओं के अनुरूप उतरेगी। एबीवीपी के जिला संयोजक हर्ष यादव ने कहा कि भारतीय मूल्यों के अनुरूप तथा वैश्विक मानकों पर खरा उतरने योग्य शिक्षा नीति की आवश्यकता देश को लंबे समय से थी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख संदीप देशप्रेमी एवं विभाग संयोजक रोहित शर्मा के साथ संयुक्त रूप से आर्य समाज मंदिर में बैठक का आयोजन किया गया। 34 वर्षों के बाद आई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए सभी देशवासियों को बधाई दी एवं शिक्षा सुधार के नए प्रावधानों की प्रशंसा करते हुए बताया कि देश में एक नई शैक्षिक क्रांति आएगी। बैठक में कोरोना संकट काल में परिषद के द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपाई गई एवं समीक्षा की गई। इस अवसर पर प्रांत विश्वविद्यालय संयोजक सुमित मेहता, अध्यक्ष राजेंद्र बैनीवाल, अजय ओढ़ां, मनजीत लाखलान, नितिन धनूर, चंदन नगर मंत्री उपस्थित रहे।